India-Pak Border: घराना वेटलैंड पहुंचने लगे प्रवासी पक्षी, समय से पहले इन पक्षियों के पहुंचने से पर्यावरणविद् हैरान
वहीं संदीप कुमार ने कहा कि घराना वेटलैंड को और ज्यादा विकसित करने के लिए सरकार को काम करना चाहिए। अभी भी घराना में पर्यटकों के लिए कोई सुविधा नही हैं।
जम्मू, जागरण संवाददाता: भारत-पाक सीमा पर स्थित घराना वेटलैंड पर प्रवासी पक्षियों के आने का क्रम आरंभ हो गया है। कामन कूट, नार्दन शावलर, गारगेनी प्रजाति के कुछ पक्षियों ने घराना के तालाब में दस्तक दे दी है। वहीं कम संख्या में कामन टील भी यहां पर पहुंच गए हैं। समय से पहले इन पक्षियों के पहुंचने से पर्यावरणविद् हैरान हैं। इनका कहना है कि अगस्त माह में हुई अच्छी बारिश के कारण ही वेटलैंड परिसर में पक्षियों के लिए बेहतर वातावरण तैयार हुआ है।
यही कारण है कि प्रवासी पक्षी इस ओर आकर्षित होने लगे हैं। आम तौर पर घराना वेटलैंड में प्रवासी पक्षियों का आगमन सितंबर माह के आखिर में शुरू होता है लेकिन इस बार यह पक्षी समय से पहले पहुंच रहे हैं। पिछले माह मिली बारिश से तालाब के पानी का स्तर बढ़ गया है तो वहीं आसपास के वातारण में प्रर्याप्त नमीं है। अब जैसे जैसे समय गुजरता जाएगा, प्रवासी पक्षियों की संख्या में भी बढ़ातेरी होती जाएगी। लेकिन मुख्य आकर्षण का केंद्र सरपट्टी सवन यानि राजहंस का है जोकि नवंबर माह के मध्य हजारों की संख्या में घराना पहुंच जाते हैं। इन पक्षियों को देखने के लिए दूर दूर से लोग घराना पहुंचते हैं। जम्मू से घराना पहुंची महक गुप्ता ने कहा कि भले ही राजहंसों के आने में अभी काफी समय है, लेकिन इसके बावजूद भी सितंबर माह में घराना खिला खिला दिख रहा है। चारों ओर हरियाली का वातावरण है और तालाब में पानी भी खूब हैं।
खास बात यह है कि प्रवासी बतखों के आने का क्रम आरंभ हो गया है। सुबह शाम इन पक्षियों का नजारा यहां पर देखा जा सकता है। वहीं संदीप कुमार ने कहा कि घराना वेटलैंड को और ज्यादा विकसित करने के लिए सरकार को काम करना चाहिए। अभी भी घराना में पर्यटकों के लिए कोई सुविधा नही हैं। यहां आने वाले लोगों के बेठने, ठहरने की व्यवस्था होनी चाहिए।