Jammu Kashmir Weather : जम्मू व कश्मीर के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी, मैदानी इलाकों में हल्की बारिश की संभावना
काजीगुंड में न्यूनतम तापमान 3.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि पिछली रात यहां का न्यूनतम तापमान 2.4 डिग्री सेल्सियस था। इसी तरह पहलगाम में पारा पिछली रात के 0.6 डिग्री सेल्सियस के मुकाबले 0.3 डिग्री सेल्सियस रहा।
श्रीनगर, जेएनएन : मौसम विभाग ने आज बुधवार को जम्मू-कश्मीर के मैदानी और ऊंचाई वाले इलाकों में हल्की बारिश और बर्फबारी का अनुमान जताया है। मौसम विभाग के एक अधिकारी ने इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि यह संभावना 75 प्रतिशत तक है। हालांकि इस दौरान हिमस्खलन या फिर कोई भारी बारिश की उम्मीद नहीं है।
जहां तक तापमान की बात है तो श्रीनगर में न्यूनतम तापमान 4.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो पिछली रात को 4.8 डिग्री सेल्सियस था। काजीगुंड में न्यूनतम तापमान 3.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि पिछली रात यहां का न्यूनतम तापमान 2.4 डिग्री सेल्सियस था। इसी तरह पहलगाम में पारा पिछली रात के 0.6 डिग्री सेल्सियस के मुकाबले 0.3 डिग्री सेल्सियस रहा।
मौसम विभाग के अनुसार कोकरनाग में न्यूनतम तापमान 5.7 डिग्री सेल्सियस, गुलमर्ग में न्यूनतम तापमान 1.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो पिछली रात को 1.8 डिग्री सेल्सियस था। तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। अधिकारी ने बताया कि कुपवाड़ा कस्बे में पारा पिछली रात के 3.0 डिग्री सेल्सियस के मुकाबले 2.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। उत्तरी कश्मीर में यह सामान्य से 0.4 डिग्री सेल्सियस कम था।
जम्मू में न्यूनतम तापमान 14.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो पिछली रात 13.4 डिग्री सेल्सियस था। जम्मू-कश्मीर की शीतकालीन राजधानी के लिए यह सामान्य से 2.0 डिग्री सेल्सियस कम था। बनिहाल में न्यूनतम तापमान 4.8 डिग्री सेल्सियस (सामान्य से 0.7 डिग्री सेल्सियस कम), बटोत में 7.9 डिग्री सेल्सियस (सामान्य से 0.5 डिग्री सेल्सियस कम), कटरा में 13.8 डिग्री सेल्सियस (सामान्य से 0.1 डिग्री सेल्सियस अधिक) और भद्रवाह में 5.5 डिग्री सेल्सियस (सामान्य से अधिक) दर्ज किया गया।
मौसम विभाग के अधिकारी ने बताया कि मौसम करवट बदल रहा है। आज शाम से जम्मू व कश्मीर के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी व मैदानी इलाकों में बारिश की संभावना बनी हुई है। हालांकि बर्फबारी व बारिश हल्की होगी। मौसम में इस बदलाव के बाद ठंड का प्रकोप बढ़ सकता है।