Move to Jagran APP

Mehbooba Mufti ने खाली किया सरकारी निवास, अब हारवन में निकट संबंधी के घर में रहेंगी

Jammu Kashmir पूर्ववर्ती राज्य जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री एवं पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने आज यानी सोमवार को कश्मीर में सरकारी निवास खाली कर दिया है। अब वह हारवन स्थित अपने निकटतम संबंधी के घर में रहेंगी।

By vikas abrolEdited By: Vikas AbrolPublished: Mon, 28 Nov 2022 04:58 PM (IST)Updated: Mon, 28 Nov 2022 04:58 PM (IST)
Mehbooba Mufti ने खाली किया सरकारी निवास, अब हारवन में निकट संबंधी के घर में रहेंगी
पूर्ववर्ती राज्य जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री एवं पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती

जम्मू, जेएनएन। पूर्ववर्ती राज्य जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री एवं पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने आज यानी सोमवार को कश्मीर में सरकारी निवास खाली कर दिया है। अब वह हारवन स्थित अपने निकटतम संबंधी के घर में रहेंगी।

loksabha election banner

जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को श्रीनगर में गुपकार मार्ग पर सरकारी आवास खाली करने के नोटिस के बाद अनंतनाग में भी सरकारी क्वार्टर छोड़ने के निर्देश दिए थे। इसके अलावा छह अन्य पूर्व विधायकों को भी 24 घंटों के भीतर सरकारी क्वार्टर खाली नहीं करने पर कानूनी कार्रवाई की चेतवनी दी थी। इसी को मद्देनजर रखते हुए सोमवार को महबूबा मुफ्ती ने गुपकार मार्ग पर स्थित सरकारी निवास खाली कर दिया है।पीडीपी के प्रवक्ता नजाम उस साकिब ने कहा कि महबूबा मुफ्ती ने गुपकार में स्थित सरकारी निवास को खाली कर दिया है। अब वह खिम्बर में स्थित अपने निकटतम संबंधी के घर पर रहेंगी।

अनंतनाग के जिला उपायुक्त के निर्देशानुसार प्रथम श्रेणी मजिस्ट्रेट अनंतनाग ने गत शनिवार को महबूबा मुफ्ती के अलावा पूर्व विधायक मोहम्मद अल्ताफ वानी, पूर्व विधायक अब्दुल रहीम राथर, पूर्व विधायक अब्दुल माजिद बट, डा बशीर अहमद, चौधरी निजामुदीन, अब्दुल कबीर पठान और म्यूनिसिपल काउंसलर शेख मोहिउद्दीन को क्वार्टर खाली करने के निर्देश दिए गए थे।

यहां यह बता दें कि गत 21 सितंबर को प्रदेश सरकार की ओर से महबूबा को एक बार फिर से सरकारी बंगला खाली करने का नोटिस भेजा गया था। इस नोटिस में प्रशासन ने इस बात का भी उल्लेख किया था कि अगर वह चाहें तो उन्हें मौजूदा बंगला खाली करने के बाद वैकल्पिक आवासीय सुविधा प्रदान की जा सकती है। महबूबा वर्ष 2018 के उपरांत से ही गुपकार मार्ग पर स्थित व्यू नामक सरकारी बंगले में रह रही थी। इसके उपरांत प्रशासन की ओर से एक बार फिर गत 26 अक्टूबर को सरकारी आवास खाली करने के लिए अंतिम नोटिस भेजा गया था। इसमें उल्लेख किया गया था कि 15 नवंबर तक उन्हें सरकारी बंगला छोड़ना पड़ेगा। हालांकि इससे पहले एस्टेट विभाग की ओर से गत 15 अक्टूबर को भी उनहें बंगला खाली करने के निर्देश दिए गए थे। इसके उपरांत महबूबा ने पहले बयान देते हुए कहा था कि इस संदर्भ में वह कानूनी राय ले रही हैं लेकिन कुछ ही दिनों के बाद उन्होंने कहा कि यह आवास उनके लिए कोई मायने नहीं रखता है। वह इसे खाली करेंगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.