Move to Jagran APP

370 से छेड़छाड़ की तो गंभीर नतीजे होंगे : महबूबा

राज्य ब्यूरो, जम्मू : भाजपा के समर्थन वापस लेने के बाद सोमवार को पहली बार जम्मू पहुंचीं पीडीपी

By JagranEdited By: Published: Tue, 31 Jul 2018 01:47 AM (IST)Updated: Tue, 31 Jul 2018 03:13 AM (IST)
370 से छेड़छाड़ की तो गंभीर नतीजे होंगे : महबूबा
370 से छेड़छाड़ की तो गंभीर नतीजे होंगे : महबूबा

राज्य ब्यूरो, जम्मू : भाजपा के समर्थन वापस लेने के बाद सोमवार को पहली बार जम्मू पहुंचीं पीडीपी अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि अनुच्छेद 370 के साथ छेड़छाड़ की गई तो इसके गंभीर नतीजें होंगे। एजेंडा ऑफ एलांयस जम्मू कश्मीर को मुसीबत से बाहर निकालने के लिए बनाया गया था। हमने कहा था कि अनुच्छेद 370 पर बोलना बंद करो। 370 देश व जम्मू कश्मीर के बीच एक पुल की तरह है। अगर इससे छेड़छाड़ करोंगे तो खत्म हो जाओगे।

loksabha election banner

पीडीपी के 19वें स्थापना दिवस पर पार्टी मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महबूबा ने कहा कि भाजपा के साथ सरकार बनाने का फैसला जहर पीने के बराबर था। कश्मीर में हमारे फैसले के खिलाफ लोगों में गुस्सा पैदा हुआ। दस महीने स्वर्गीय मुफ्ती मोहम्मद सईद और ढाई साल मैंने बहुत तकलीफ सही है। मुझे एक ही समय में दो तरफ से संघर्ष करना पड़ा। कश्मीर में खराब हालात से निपटने की लड़ाई लड़नी पड़ी और दिल्ली में एजेंडा ऑफ एलायंस को लागू करवाने के लिए लड़ाई लड़ती रही। मुश्किल दौर में भी विकास करवाया। जम्मू व कश्मीर को कभी अलग नहीं समझा। पुलिस में भ्रष्टाचार के बिना नौकरियां लगी। बदकिस्मती से हालात खराब होते गए। महबूबा ने कहा कि जम्मू कश्मीर को मुसीबत से बाहर निकालने के लिए मोदी के साथ हाथ मिलाया। हाथ मिलाने के अलावा कोई चारा नहीं था। स्वर्गीय मुफ्ती मोहम्म्द सईद ने जम्मू में भाजपा को मिले जनादेश का सम्मान किया। जम्मू में भाजपा को पच्चीस सीटें मिली थी। जम्मू को बाहर नहीं रख सकते थे। यह फैसला बहुत कठिन था, लेकिन कोई चारा नहीं था। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि मुझे माफ कर दें, सरकार में रहते हुए समय नहीं दे पाई। दो दिन तक जम्मू में अपने घर पर ही हूं, कोई भी मिल सकता है। कठुआ मामले को ¨हदू-मुस्लिम बनाने की कोशिशें हुई :

कठुआ मामले पर महबूबा ने कहा कि इसे ¨हदू-मुस्लिम बनाने की कोशिशें की गई। जब जम्मू कश्मीर में डोगरों का शासन था और डोगरा महाराजा के समय में बाहरी महाराजा आया। बाहरी महाराजा ने एक बच्ची पर तंज कसा तो डोगरा महाराजा ने उस महाराजा के जम्मू कश्मीर आने पर पाबंदी लगा दी। कुछ लोग ¨हदू-मुस्लिम झगड़े के लिए डोगरों के नाम पर झंडा लेकर निकल जाते हैं। गलत का साथ देते हैं। दुष्कर्मी का कोई मजहब नहीं होता। हर क्षेत्र के साथ इंसाफ किया:

महबूबा ने कहा कि जम्मू कश्मीर में हर जिला के साथ इंसाफ किया गया। बराबर पैसा बांटा गया। आरएसपुरा के लोगों ने स्व. मुफ्ती मोहम्मद सईद को चुनाव में विजयी करवाया था। हम कैसे भेदभाव कर सकते हैं। सत्ता जाने का कोई अफसोस नहीं है। हमने कुर्सी के लिए गठजोड़ नहीं किया। गुज्जर बक्करवाल को वन भूमि से न हटाया के दिए थे निर्देश :

गुज्जर बक्कवाल समुदाय को वन विभाग की भूमि से बेदखल न करने के अपने पूर्व के फैसले को सही ठहराते हुए महबूबा ने कहा कि जनजाति मामलों के विभाग की बैठक करते हुए मैंने निर्देश दिए थे कि जब तक वन एक्ट नहीं बन जाता तब तक गुज्जर बक्करवाल को भूमि से नहीं हटाया जाना चाहिए। भाजपा वाले यह नहीं मान रहे थे, लेकिन मैंने समझौता नहीं किया और डटी रही। महबूबा को गर्मी के कारण आया चक्कर :

महबूबा मुफ्ती को भाषण के दौरान गर्मी के कारण चक्कर आ गया। वह बेहोश होते-होते बचीं। उन्होंने अपने आप को संभाला। वह कुर्सी पर बैठ गईं और दो मिनट बाद भाषण शुरू किया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.