Kashmir : अनंतनाग में मारे गए युवक के घर जा रहीं महबूबा नजरबंद, गेट के बाहर लगाया ताला
कश्मीर में आतंकियों द्वारा गैर मुस्लिम लोगों को कश्मीर में मारे जाने पर चुप्पी साधने वाली महबूबा मुफ्ती इस बार एक बार भी सुरक्षाबलों की गोली से मारे गए युवक के घर संवेदना के नाम पर राजनीति करने जाने का प्रयास करने जा रही थी।
जम्मू, जागरण संवाददाता : सीआपरीएफ के नाके को तोड़ कर भागते हुए मारे गए युवक परवेज अहमद के घर अनंतनाग जाने का प्रयास कर ही महबूबा मुफ्ती को पुलिस ने उसके घर में ही नजरबंद कर दिया है। श्रीनगर के गुपकार रोड स्थित महबूबा के घर के बाहर गेट पर ताला लगा दिया गया है जबकि वहां पर पुलिस की एक बंकर मोबाइल गाड़ी को भी खड़ा कर दिया गया है ताकि कोई वहां आ जा न सके।
कश्मीर में आतंकियों द्वारा गैर मुस्लिम लोगों को कश्मीर में मारे जाने पर चुप्पी साधने वाली महबूबा मुफ्ती इस बार एक बार भी सुरक्षाबलों की गोली से मारे गए युवक के घर संवेदना के नाम पर राजनीति करने जाने का प्रयास करने जा रही थी। महबूबा ने अपनी नजरबंदी की जानकारी देते हुए ट्विट भी किया है जिसमें वह कई बार नजरबंद हुई है। वह सीआरपीएफ द्वारा मारे गए निर्दोष नागरिक के परिवार से मिलने जा रही थी। सरकार चाहती है कि हम चुनिंदा हत्याओं की निंदा करे।
Under house arrest for the umpteenth time today. Wanted to visit the family of the innocent civilian shot dead by CRPF. GOI wants us to selectively condemn killings. They are outraged only in cases where hate politics can be lapped up to polarise people. https://t.co/EtppAfMbKl— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) October 9, 2021
इससे पहले शनिवार को महबूबा ने कश्मीर में बिगड़ते सुरक्षा हालातों का हवाला देते हुए उपराज्यपाल के इस्तीफे की मांग भी की थी।
उन्होंने उस समय भी ट्विट किया था जिसमें महबूबा ने कहा कि विडंबना यह है कि सरकार अफवाह फैलाती है कि कश्मीरी मुस्लमान यहां अल्पसंख्यकों के लिए खड़े नहीं होते। सच्चाई यह है कि यह घृणित प्रचार भाजपा के चुनावी आख्यान और संभावनाओं के अनुकुल है। महबूबा ने यह भी दावा कि सुरक्षाबलों को इन हमलों की पहले से ही जानकारी थी। महबूबा ने ट्विट कर कहा कि वे फिर भी इन निर्दोष लोगों की रक्षा नहीं कर सके। ऐसा इसलिए कि वह अपनी सारी उर्जा सरकारी कर्मचारियों को बर्खास्त करने और आम कश्मीरी नागरिक के पासपोर्ट जब्त करने में लगा रहे हैं। यह पहली बार नहीं है कि महबूबा को इस तरह से नजरबंद किया गया हो। महबूबा लगातार ट्विट कर सरकार को घेरने का प्रयास करती आ रही है और हर बार वह किसी न किसी तरह से सरकार की आलोचना करती है।