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मलिक हवालात में, मीरवाईज और गिलानी घर में नजरबंद

अलगाववादियों के बंद का असर आज सुबह ही वादी के विभिन्न हिस्सों में नजर आने लगा। सभी दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे। शिक्षण संस्थानों के दरवाजे भी नहीं खुले।

By Preeti jhaEdited By: Published: Mon, 25 Jun 2018 03:53 PM (IST)Updated: Mon, 25 Jun 2018 03:53 PM (IST)
मलिक हवालात में, मीरवाईज और गिलानी घर में नजरबंद
मलिक हवालात में, मीरवाईज और गिलानी घर में नजरबंद

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। कश्मीर घाटी में सोमवार की सुबह ही सामान्य जनजीवन पटरी से नीचे उतर गया। सभी दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे।किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए प्रशासन ने सभी संवेदनशील इलाकों में सुरक्षाबलों की तैनाती बड़ाने के अलावा जेकेएलफ चेयरमैन मोहम्मद यासीन मलिक को हिरासत में ले लिया।

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कटटरपंथी सईद अली शाह गिलानी,उदारवादी हुर्रियत प्रमुख मीरवाईज मौलवी उमर फारुक, पीपुल्स पोलिटीकल पार्टी के चेयरमैन हिलाल अहमद वार, साल्वेशन मूवमेंट के अध्यक्ष जफर फतेह समेत एक दर्जन के करीब वरिष्ठ अलगाववादी नेताओं को उनके घरों में नजरबंद कर दिया गया है।

एहतियात के तौर पर बनिहाल-बारामुला रेल सेवा को भी अगले आदेश तक बंद रखा गया है। गौरतलब है कि कश्मीरी अलगाववादियों के साझा संगठन ज्वायंट रजिस्टेंस लीडरशिप जिसका नेतृत्व कटटरपंथी सईद अली शाह गिलानी,उदारवादी हुर्रियत प्रमुख मीरवाईज मौलवी उमर फारुक और जेकेएलएफ चेयरमैन यासीन मलिक कर रहे हैं, ने कश्मीर में गत सप्ताह सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच हुई विभिन्न मुठभेड़ों में स्थानीय आतंकियों व हिंसक प्रदर्शनकारियों की मौत के खिलाफ आज पूर्ण कश्मीर बंदका आहवान करते हुए लोगों केा दोपहर की नमाज के बाद भारत विरोधी प्रदर्शनों के लिए कहा है।

जेआरएल ने भारत सरकार पर कश्मीर में मानवाधिकारों के हनन काआरोप लगाया है और कहा है कि संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद को कश्मीर में जांच करते हुए कश्मीर में जनमत संग्रह की दिशा में भी काम करना चाहिए।

अलगाववादियों के बंद का असर आज सुबह ही वादी के विभिन्न हिस्सों में नजर आने लगा। सभी दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे। शिक्षण संस्थानों के दरवाजे भी नहीं खुले। सिर्फ सरकारी कार्यालय खुले,लेकिन उनमें कर्मचारियों की उपस्थिति और कामकाज बंद से पूरी तरह प्रभावित नजर आया।

सड़कों पर सार्वजनिक वाहनों की आवाजाही लगभग नाममात्र रही। सिर्फ निजी वाहन और तिपहिया वाहन ही सड़कों पर नजर आए। कई इलाकों में रेहडी फड़ी वाले जरुर अपने साजो सामान के साथ बंद काअसर कुछ कम कर रहे थे।

अलगाववादियों की हड़ताल के दौरान किसी अप्रिय घटना से बचने के लिए प्रशासन ने आज कहीं निषेधाज्ञा नहीं लगाई थी,लेकिन सभी संवेदनशील इलाकों में पुलिस व अर्धसैनिकबलों की गश्त को बढ़ा दिया गया। इसके साथ ही सभी प्रमुख अलगाववादी नेताओं कोउनके घरों में तड़के ही नजरबंद कर दिया गया। जेकेएलएफ चेयरमैन मोहम्मद यासीन मलिक को एहतियातन हिराासत मंे रखा गया है।  


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