अब एमए स्टेडियम के चप्पे-चप्पे पर होगी तीसरी आंख की नजर
विकास अबरोल, जम्मू : मौलाना आजाद स्टेडियम में अभ्यास करने आने वाले खिलाड़ियों व उनके अि
विकास अबरोल, जम्मू : मौलाना आजाद स्टेडियम में अभ्यास करने आने वाले खिलाड़ियों व उनके अभिभावकों की शिकायत का जल्द निपटारा होने जा रहा है। स्टेडियम में जगह-जगह सीसीटीवी लगाने का काम शुरू हो चुका है। अब 24 घंटे स्टेडियम में हर आने-जाने वालों पर तीसरी आंख की नजर रहेगी। इससे अब नियमित रूप से स्टेडियम में क्लॉस नहीं लेने वाले कोच की भी शामत आएगी।
शहर के बीचोबीच वर्ष 1966 में मौलाना आजाद स्टेडियम का निर्माण करवाया गया था। तबसे लेकर आज तक हजारों की तादाद में स्टेडियम में खिलाड़ी डेढ़ दर्जन से अधिक खेलों में भाग लेकर देश और विदेश में जम्मू-कश्मीर का नाम रोशन कर चुके हैं, लेकिन जम्मू-कश्मीर स्टेट स्पोर्ट्स काउंसिल के अधीनस्थ एमए स्टेडियम में कुछ खेलों को छोड़कर आज तक खेल सुविधाओं में बढ़ावा नहीं किया गया। कुछ खेलों के कोच भी स्पोर्ट्स काउंसिल की सुस्त मिजाजी का फायदा उठाकर समय पर अपनी क्लॉस नहीं लेते हैं और अक्सर गैर हाजिर रहकर या फिर हाजिरी लगाकर अपने घर लौट जाते हैं। इससे परेशान होकर खिलाड़ियों के अभिभावक पिछले कई वर्षों से कोच की उपस्थिति को यकीनी बनाने को लेकर फरियाद भी कर चुके हैं, परंतु इसका समाधान नहीं हो पाया।
अब मौलाना आजाद स्टेडियम के प्रत्येक मैदान और हॉल में सीसीटीवी लगाने का काम शुरू हो चुका है। पहले चरण में सीसीटीवी स्के¨टग ¨रक में लगाए गए हैं, ताकि कोच और खिलाड़ियों की हरकत पर नजर रखी जा सके। इसके बाद एमए इंडोर कांप्लेक्स स्थित जूडो, टेबल टेनिस, योग, जिम्नास्टिक और बैड¨मटन हॉल में कुल 16 सीसीटीवी लगाए जाएंगे। इसके बाद अन्य मैदान में सीसीटीवी लगाए जाएंगे। एमए इंडोर कांप्लेक्स स्थित मैनेजर के रूम में मॉनिटर लगाया गया है, जहां से वे सभी पर नजर रख सकेंगे।
जम्मू-कश्मीर स्टेट स्पोर्ट्स काउंसिल के सचिव डॉ. नसीम जावेद चौधरी ने दिशा निर्देश जारी कर जल्द से जल्द सीसीटीवी का काम निपटाने के आदेश जारी किए हैं। एमए इंडोर कांप्लेक्स के पूर्व मैनेजर अशोक ¨सह जो इस समय एमए स्टेडियम के मैनेजर भी हैं, ने वर्ष 2010 को इंडोर कांप्लेक्स में सीसीटीवी लगाने के बारे में पूर्व सचिव को पत्र लिखकर अवगत करवाया था। उनका तर्क था कि स्टेडियम में कार्यरत मैनेजर और कोच तयशुदा समय पर मैदान में होते हैं। खिलाड़ी सुबह और शाम के सत्र में भाग लेकर देर रात तक अभ्यास करते हैं। हर समय कोच की मौजूदगी संभव नहीं है। ऐसे में यदि कोई अनहोनी या कोई घटना घटती है तो ऐसे में सीसीटीवी की मदद ली जा सकती है।
जेएंडके स्टेट स्पोर्ट्स काउंसिल के सचिव ने कहा कि यह सीसीटीवी लगाना बहुत जरूरी है, क्योंकि उन्हें अक्सर शिकायत मिलती है कि कुछ खेलों के कोच समय पर नहीं आते हैं, जबकि कुछ कोच को तक कई-कई सप्ताह हो जाते हैं मैदान आए। ऐसे में पारदर्शिता लाने की दिशा में सीसीटीवी लगाना सभी के हितों के लिए बेहतर है। उन्होंने बताया कि जो कोच कई दिनों की हाजिरी एक साथ लगाकर पिछले कई वर्षों से काम चला रहे हैं, अब उन पर लगाम लगा दी जाएगी। सीसीटीवी लगाने के बाद एमए स्टेडियम में प्राइवेट सुरक्षा कर्मियों की तैनाती के बारे में भी फैसला लिया जाएगा। इसके अलावा नए इंडोर कांप्लेक्स को भी इसी वर्ष खिलाड़ियों को समर्पित कर दिया जाएगा।
मौलाना आजाद स्टेडियम में 850 के करीब खिलाड़ी बॉ¨क्सग, स्वि¨मग, स्के¨टग, टेबल टेनिस, जूडो, योग, बैड¨मटन, जिम्नॉस्टिक, बास्केटबॉल, वॉलीबॉल, वुशु, ताइक्वांडो, लॉन टेनिस, फें¨सग, वेट लि¨फ्टग, एथलेटिक, कबड्डी और हैंडबाल खेलों में अभ्यास करते हैं।