जम्मू-कश्मीर का पैसा न मिलने से एमए स्टेडियम में इंडोर कांप्लेक्स का काम अधूरा Jammu News
डिवीजनल कमिश्नर संजीव वर्मा ने निर्माणाधीन इंडोर कांप्लेक्स का दौरा किया और स्पोर्ट्स काउंसिल के इंजीनियरिंग विंग को जल्द काम निपटाने की हिदायत दी थी।
जम्मू, विकास अबरोल। मौलाना आजाद स्टेडियम में नए इंडोर कांप्लेक्स का निर्माण सात डेड लाइन पूरी होने के बाद भी अंजाम तक नहीं पहुंच पाया है। इसकी वजह है कि केंद्र सरकार ने तो अपने हिस्से के 5.5 करोड़ रुपये दे दिए थे, राज्य का डेढ़ करोड़ रुपये बाकी रह गया। इससे काम भी अधर में रहा। अब अधिकारी 31 अगस्त तक इसके पूरा होने की उम्मीद जता रहे हैं। हालत यह है कि खिलाड़ी मजबूरन खुले मैदान में अभ्यास करने को विवश हैं। उन्हें हर समय चोटिल होने का भय बना रहता है।
राज्य के पूर्व खेल मंत्री ताज मोहियुद्दीन ने 9 अप्रैल 2013 को नए मल्टीपर्पज इंडोर कांप्लेक्स का नींव पत्थर पूर्व विधायक अशोक खजूरिया की उपस्थिति में रखा था। इसे तीन वर्ष में पूरा करने का लक्ष्य था। इसके बावजूद छह वर्ष से अधिक का समय गुजर गया लेकिन अभी तक इंडोर कांप्लेक्स का कार्य पूरा नहीं हो पाया। गत महीने राज्यपाल के सलाहकार के विजय कुमार ने मौलाना आजाद स्टेडियम का दौरा कर काम को जल्द निपटाने के निर्देश दिए थे।
डिवीजनल कमिश्नर संजीव वर्मा ने निर्माणाधीन इंडोर कांप्लेक्स का दौरा किया और स्पोर्ट्स काउंसिल के इंजीनियरिंग विंग को जल्द काम निपटाने की हिदायत दी थी। इसके बाद मल्टीपर्पज हॉल में जमीन पर बिछाने के लिए लकड़ियों के स्लाइस और अन्य जरूरी सामान मंगवा लिया गया लेकिन इसे बिछाने की प्रक्रिया शुरू नहीं हो पाई है। यही हालत इंडोर कांप्लेक्स के भीतर बनाए जा रहे अन्य हॉल का भी है। यहां फेंसिंग, वेट लिफ्टिंग, कराटे सहित अन्य खिलाडिय़ों को कुशल कोच की निगरानी में कोचिंग दी जाएगी लेकिन फर्श का काम पूरा नहीं होने से खिलाडिय़ों को काफी परेशानी ङोलनी पड़ रही है।
इंडोर कांप्लेक्स के फर्श पर बिछाने के लिए ग्रीस और यूएई निर्मित पाली स्पोर्ट्स पीयू के 15 ड्रम भी मंगवा लिए हैं जिनका इस्तेमाल मल्टीपर्पज हॉल के फर्श पर बिछाने के लिए किया जाता है लेकिन इनका काम कब शुरू होगा, कुछ कहा नहीं जा सकता।
बैडमिंटन एसोसिएशन के महासचिव बलबीर जम्वाल का कहना है कि अगर 31 अगस्त तक इसका निर्माण पूरा कर लिया जाता है तो बैडमिंटन खिलाड़ियों ही नहीं बल्कि सभी खिलाडिय़ों के लिए हर्ष की बात होगी। इससे खिलाडिय़ों की समस्या का निपटारा हो जाएगा। पुराने कांप्लेक्स में अभ्यास करने वाले खिलाड़ी नए कांप्लेक्स में बैडमिंटन कोर्ट में खुलकर अभ्यास कर सकेंगे।
सात करोड़ रुपये है लागत
मल्टीपर्पज इंडोर स्पोर्ट्स कांप्लेक्स सात करोड़ रुपये से तैयार किया जा रहा है। केंद्र सरकार की ओर से शहरी खेल संसाधन विकास योजना के तहत इसका निर्माण शुरू हुआ था। केंद्र सरकार की ओर से इसके लिए 5.5 करोड़ रुपये जारी हुए थे। 1.5 करोड़ राज्य सरकार की ओर से खर्च होना था। केंद्र सरकार की ओर से जारी की जाने वाली राशि से इसका निर्माण कार्य तो पूरा कर दिया गया लेकिन फर्श सहित अन्य जरूरी काम के लिए राज्य की तत्कालीन सरकार की ओर से समय पर राशि जारी नहीं की गई। इसमें खिलाड़ियों की सुविधा के लिए बैडमिंटन हॉल, चेंजिंग रूम, फेंसिंग हॉल, जूडो, कराटे, वुशु सहित रेसलिंग, वेट लिफ्टिंग के हॉल बनाए जा रहे हैं। हालांकि अभी स्पोर्ट्स काउंसिल की ओर से यह तय नहीं किया गया है कि किस-किस खेल के लिए खिलाड़ियों को इस नए इंडोर कांप्लेक्स में हॉल उपलब्ध करवाएं जाएंगे। मल्टीपर्पज हॉल में रात के समय में भी पर्याप्त एलईडी लाइट की व्यवस्था की जाएगी।
- इंडोर कांप्लेक्स के फर्श का निर्माण कार्य जारी है। दीवारों में रंग-पोताई का काम शुरू हो चुका है। उम्मीद है कि 31 अगस्त तक नए इंडोर कांप्लेक्स के फर्श का काम पूरा कर लिया जाएगा। एमए स्टेडियम में मौजूदा स्वीमिंग पूल को ऑल वेदर स्वीमिंग पूल बनाने के लिए भी टेंडर प्रक्रिया जारी है। - जोगिन्द्र पाल, एक्सईएन, स्पोर्ट्स काउंसिल की इंजीनियरिंग विंग