Jammu Kashmir: मरीजों को समर्पित हुआ जीएमसी की इमरजेंसी का नया ब्लाक
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने वीरवार शाम को राजकीय मेडिकल कालेज के नए इमरजेंसी ब्लाक का उद्घाटन किया। सौ बिस्तरों की क्षमता वाले इस ब्लाक के खुलने से मरीजों को राहत मिली है। वहीं उपराज्यपाल ने गंग्याल में भी पचास बिस्तरों की क्षमता वाले राजीव गांधी अस्पताल का भी उद्घाटन किया।
जम्मू, जेएनएन। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने वीरवार शाम को राजकीय मेडिकल कालेज के नए इमरजेंसी ब्लाक का उद्घाटन किया। सौ बिस्तरों की क्षमता वाले इस ब्लाक के खुलने से मरीजों को राहत मिली है। वहीं उपराज्यपाल ने गंग्याल में भी पचास बिस्तरों की क्षमता वाले राजीव गांधी अस्पताल का भी उद्घाटन किया।
उपराज्यपाल शाम को करीब पांच बजे जीएमसी पहुंचे और उन्होंने इमरजेंसी ब्लाक का उदघाटन किया। उनके साथ सांसद जुगल किशोर, सलाहकार आरआर भटनागर, मुख्य सचिव अरुण मेहता, अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग अटल ढुल्लू सहित कई अधिकारी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि इससे स्वास्थ्य सेवाएं और बेहतर होंगी। जीएमसी के इस नए इमरजेंसी ब्लाक का निर्माण चार साल पहले 2017 मेडिकल काउंसिल आफ इंडिया के निर्देशों के बाद शुरू हुआ था। इस ब्लाक काे शुरू करने का लक्ष्य 2019 रखा गया था लेकिन काम पूरा न होने के कारण लगातार इसके उदघाटन को लेकर देरी होती रही।
कोविड के मामले आने के बाद जम्मू के मंडलायुक्त डा. राघव लंगर ने इसे मई महीने तक पूरा करने के निर्देश दिए थे। हालांकि बावजूद इसके एक महीने देरी से काम खत्म हुआ। अब शाम को इसे मरीजों के लिए खोल दिया जाएगा। सौ बिस्तरों की क्षमता वाले इस ब्लाक की हर मंजिल पर 33-33 बिस्तरों की क्षमता है। इनमें से 12-12 बिस्तर आइसीयू के हैं।
वहीं शाम को छह बजे के करीब उपराज्यपाल ने गंग्याल में बना पचास बिस्तरों की क्षमता वाले राजीव गांधी अस्पताल का भी उदघाटन किया। इस अस्पताल का निर्माण कार्य भी कुछ महीने पहले पूरा हो गया था लेकिन कोविड के मरीज आने पर इसे कोविड अस्पताल में बदल दिया गया था। अब कोविड के मरीजों को छुट्टी होने के बाद अस्पताल का औपचारिक तौर पर उदघाटन हो रहा है ताकि अन्य बीमारियों से पीड़ित मरीजों का यहां पर इलाज हो सके। इस अस्पताल में तीन आप्रेशन थियेटर होने के अलावा कई सुविधाएं हैं। उपराज्यपाल ने उदघाटन करने के बाद पूरे अस्पताल का निरीक्षण किया और सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। इस मौके पर मुख्य सचिव के अलावा स्वास्थ्य निदेशक जम्मू डा. रेनू शर्मा, मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डा. जेपी सिंह, अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डा. मनोहर राना भी मौजूद थे।