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JK Bank Scam: ऋण घोटाले में जम्मू कश्मीर में एक दर्जन नौकरशाहों-नेताओं पर गिरफ्तारी की तलवार

जम्मू कश्मीर राज्य के दो केंद्र शासित प्रदेशों में बदल जाने के बाद पूरा ढांचा बदले जाने के बाद ही हिलाल के खिलाफ कार्रवाई हो पाई है।

By Edited By: Published: Sat, 18 Jan 2020 09:56 AM (IST)Updated: Sat, 18 Jan 2020 12:52 PM (IST)
JK Bank Scam: ऋण घोटाले में जम्मू कश्मीर में एक दर्जन नौकरशाहों-नेताओं पर गिरफ्तारी की तलवार
JK Bank Scam: ऋण घोटाले में जम्मू कश्मीर में एक दर्जन नौकरशाहों-नेताओं पर गिरफ्तारी की तलवार

राज्य ब्यूरो, जम्मू: एकीकृत जम्मू कश्मीर में पांच बार वित्त मंत्री रह चुके नेशनल कांफ्रेंस के वरिष्ठ नेता अब्दुल रहीम राथर के पुत्र हिलाल अहमद राथर की जेके बैंक से लिए ऋण घोटाले में गिरफ्तारी के बाद अब करीब एक दर्जन और पूर्व नेताओं व नौकरशाहों पर गिरफ्तारी की तलवार लटकने लगी है। बताया जा रहा है कि गृह मंत्रालय ने राज्य प्रशासन को विभिन्न नेताओं व नौकरशाहों से जुड़े सभी मामलों पर तेजी से कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। हिलाल राथर को वीरवार को ही भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने जम्मू कश्मीर बैंक में 177 करोड़ रुपये के घोटाले के मामले में गिरफ्तार किया है। हालांकि, हिलाल के खिलाफ पहले भी कई बार कार्रवाई का प्रयास किया गया, लेकिन एक प्रभावशाली नेता का पुत्र होने के कारण मामला हमेशा टलता रहा है।

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जम्मू कश्मीर राज्य के दो केंद्र शासित प्रदेशों में बदल जाने के बाद पूरा ढांचा बदले जाने के बाद ही हिलाल के खिलाफ कार्रवाई हो पाई है। राज्य प्रशासन के महाप्रशासनिक विभाग, भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो और गृह विभाग से जुड़े सूत्रों की मानें तो उपराज्यपाल जीसी मुर्मू ने संबंधित विभागों के अधिकारियों को एक बैठक में स्पष्ट शब्दों में कहा कि वह प्रभावशाली लोगों के खिलाफ लंबित पड़े भ्रष्टाचार से संबधित सभी मामलों को तेजी से निपटाएं। उनके खिलाफ कानून के तहत कार्रवाई की जाए। उन्होंने भाजपा, कांग्रेस, नेशनल कांफ्रेंस, पीडीपी और पीपुल्स कांफ्रेंस के विभिन्न नेताओं से जुड़े मामलों के अलावा आठ पूर्व नौकरशाहों के मामलों के बारे में भी रिपोर्ट तलब की है।

उन्होंने बताया कि लोक निर्माण, युवा सेवा एवं खेल विभाग, स्वास्थ्य विभाग, राजस्व विभाग, बिजली विभाग और मछली पालन व ग्रामीण विकास विभाग में हुए घोटालों में लिप्त रहे पूर्व मंत्रियों की सूची तैयार की जा चुकी है। इसके अलावा कुछ कार्पोरेशनों में चेयरमैन रहे पूर्व विधायक भी घेरे में लिए जाने की तैयारी है। इनमें से अधिकांश के खिलाफ पहले ही जांच जारी है जबकि कईयों के खिलाफ दबे मामलों को फिर से उठा उनकी जांच शुरू की गई है।


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