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Jammu Kashmir : उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा-जम्मू कश्मीर को देश की कौशल राजधानी बनाने पर काम किया जा रहा

उपराज्यपाल कहा कि युवा शक्ति किसी भी क्षेत्र व समाज की सबसे बड़ी संपदा है। युवा पीढ़ी में संभावना और ऊर्जा को विकास व राष्ट्रनिर्माण के लिए सही मार्गदर्शन की जरूरत है। युवाओं को उद्योग 4.0 के लिए पूरी तरह समर्थ बनाने के लिए कई ठोस कदम उठा रहे हैं।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Fri, 27 Aug 2021 09:39 AM (IST)Updated: Fri, 27 Aug 2021 09:39 AM (IST)
Jammu Kashmir : उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा-जम्मू कश्मीर को देश की कौशल राजधानी बनाने पर काम किया जा रहा
जम्मू कश्मीर को 23500 करोड़ रुपये के निवेश के प्रस्ताव मिले हैं।

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो : उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि नई तकनीक, नवाचार, खोज के बिना कोई भी विकसित समाज की कल्पना नहीं की जा सकती। इसलिए प्रौद्योगिकी संस्थानों को समाज कल्याण और आमजन के जीवन में सुखद बदलाव के लिए अत्याधुनिक इंजीनियरिंग तकनीक के साथ प्रयोग करने चाहिए। इंजीनियरिंग के छात्रों में वैज्ञानिक सोच को प्रोत्साहित करना बहुत जरूरी है।

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राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआइटी) श्रीनगर के 700 बेड की क्षमता वाले मेगा ब्वायज हास्टल का नींव पत्थर रखने के मौके पर उपराज्यपाल ने कहा कि तकनीकी शिक्षा के बुनियादी ढांचे के साथ, कोविड के बाद की दुनिया में उच्च मांग वाली प्रौद्योगिकी के लिए कैरियर कार्यक्रम के आधार पर जम्मू कश्मीर को देश की कौशल राजधानी बनाने के लिए महत्वाकांक्षी योजना पर काम कर रहे हैं। कार्यक्रम में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी वीडियो संदेश के जरिए छात्रों को संबोधित किया।

उपराज्यपाल सिन्हा ने कहा कि युवा शक्ति किसी भी क्षेत्र व समाज की सबसे बड़ी संपदा है। युवा पीढ़ी में संभावना और ऊर्जा को विकास व राष्ट्रनिर्माण के लिए सही मार्गदर्शन की जरूरत है। युवाओं को उद्योग 4.0 के लिए पूरी तरह समर्थ बनाने के लिए कई ठोस कदम उठा रहे हैं। आटोमेशन, आर्टिफिशयल इंटेलीजेंस और ई-कामर्स के क्षेत्र में लगातार बढ़ती मांग को देखते हुए आविष्कार, नवाचार, इनक्बेशन और प्रशिक्षण के नए केंद्र स्थापित करने की योजना पर विचार कर रहे हैं।

50 हजार करोड़ तक पहुंच सकता है औद्योगिक निवेश: उपराज्यपाल ने कहा कि वर्षों तक प्रदेश औद्योगिक विकास से वंचित रहा है। हाल ही में 28400 करोड़ रुपये की नई औद्योगिकी विकास योजना लागू की गई है। हाल ही में जम्मू कश्मीर को 23500 करोड़ रुपये के निवेश के प्रस्ताव मिले हैं। अगले साल मार्च तक यह आंकड़ा 50 हजार करोड़ तक पहुंच सकता है। इससे रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।

युवाओं के आविष्कारों का किया जिक्र: बीते दिनों एनआइटी श्रीनगर के अपने दौरे के दौरान दो युवा आविष्कारकों से मुलाकात के बारे में उपराज्यपाल ने कहा कि हमने मिशन यूथ को उनके साथ संपर्क कर उनके आविष्कर को जमीनी स्तर पर ले जाने के लिए कहा है। मुझे पूरा यकीन है कि कैमिकल इंजीनियरिंग के छात्रों द्वारा तैयार किया गया स्मार्ट क्राप इरिगेशन एंड मानिटरिंग सिस्टम आने वाले दिनों में केसर की खेती में एक नई क्रांति का वाहक बनेगा।

राष्ट्रीय विकास में जम्मू कश्मीर की अहम भूमिका : प्रधान

केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने वीडियो संदेश में कहा कि मेरा शुरू से ही यकीन रहा है कि जम्मू कश्मीर को राष्ट्रीय विकास में एक अहम और बुनियादी भूमिका का निर्वाह करना है। जम्मू कश्मीर के युवा ऊर्जावान हैं, उनमें कुछ नया करने की भावना है। एनआइटी श्रीनगर जैसे उच्च शिक्षा संस्थानों को उनकी प्रतिभा, ज्ञान, ऊर्जा, कौशल का पूरा लाभ उठाना चाहिए। एनआइटी निदेशक डा. राकेश सहगल ने बताया कि हास्टल परिसर पूरी तरह से हरित होगा। इसके निर्माण के लिए 85 करोड़ रुपये का कर्ज उच्च शिक्षा वित्तीय संस्था ने केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की सिफारिश पर मंजूर किया है। 


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