Jammu Kashmir : आतंकियों का समर्थन करने, लोगों को भड़काने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई : उपराज्यपाल सिन्हा
जम्मू-कश्मीर में बहाल होती शांति को नुकसान पहुंचाने की किसी को इजाजत नहीं दी जाएगी। जो ऐसा करेगा उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी। राजनीतिक लाभ के लिए निर्दाेष लोगों की हत्याओं को सही ठहराने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी।
श्रीनगर, जेएनएन : जम्मू-कश्मीर के हालात को बिगाड़ने के लगातार किए जा रहे प्रयास पर सख्त रवैया दिखाते हुए उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने आतंकियों व अलगाववादियों का प्रत्यक्ष या फिर परोक्ष समर्थन करने वाले नेताओं को दो टूक कहा कि आतंकियों का समर्थन करने और लोगों को भड़काने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी। उन्होंने जम्मू-कश्मीर की जनता से भी अपील की कि उन्हें आतंकवादियों के खिलाफ खुलकर सड़कों पर आना चाहिए।
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के इस बयान को हाल ही में डॉ फारूक अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती के बयान के साथ जोड़ा जा रहा है। आपको बता दें कि कश्मीरी हिंदू पूर्ण कृष्ण भट्ट की लक्षित हत्या पर टिप्पणी करते हुए डॉ फारूक ने मीडिया के समक्ष यह बयान दिया था कि हत्याओं का यह सिलसिला तब तक नहीं रुकेगा जब तक कश्मीरियों के साथ इंसाफ नहीं होगा। वहीं महबूबा मुफ्ती ने यूपी के दो श्रमिकों की हत्या करने वाले आतंकी की मौत की जांच का मुद्दा उठाया था।
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने आज जेवन में पुलिस स्मृति दिवस के उपलक्ष्य मेें आयोजित समारोह में बलिदानी पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। जम्मू-कश्मीर में बहाल होती शांति को नुकसान पहुंचाने की किसी को इजाजत नहीं दी जाएगी। जो ऐसा करेगा, उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी। राजनीतिक लाभ के लिए निर्दाेष लोगों की हत्याओं को सही ठहराने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी।
जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद का मुकाबला करते हुए बलिदान हुए पुलिस जवानों को याद करते हुए उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि पिछले तीन दशकों से पुलिस केंद्र शासित प्रदेश में सराहनीय कार्य कर रही है। कानून व्यवस्था बनाना हो, आतंक से लड़ना हो, यातायात का प्रबंधन करना हो या दिन-प्रतिदिन के अपराध पर अंकुश लगाना हो, पुलिस सबसे आगे है। जम्मू-कश्मीर पुलिस देश की सबसे अच्छी ताकत है जो कई मोर्चों पर अत्यधिक व्यावसायिकता के साथ लड़ रही है। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने शांति स्थापित करने, "आतंकवाद और अलगाववाद को खत्म करने" में सर्वोच्च बलिदान दिया है। अफसोस अभी भी कुछ तत्व हैं जो हमारे पड़ोसी देश के इशारे पर शांति भंग करने की साजिश रचने की कोशिश कर रहे हैं। जम्मू-कश्मीर में शांति भंग करने की कोशिश करने वाले तत्वों को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। सिन्हा ने सख्त लहजा अपनाते हुए कहा कि कि पुलिस और सुरक्षाबल बलिदानियों के परिवारों द्वारा बहाए गए आंसुओं की एक-एक बूंद का बदला लेंगे।
आतंकवाद की समाप्ति होगी शहादत को सर्वश्रेष्ठ श्रद्धांजलि : उपराज्यपाल मनोह सिन्हा ने कहा कि "शहीदों को सर्वश्रेष्ठ श्रद्धांजलि आतंकवाद के ताबूत में आखिरी कील ठोकना होगा। उन्होंने कहा कि हिंदुओं और गैर-स्थानीय मजदूरों की क्रूर हत्याओं की निंदा करने के लिए कश्मीर के आम लोग अब सड़कों पर उतर आए हैं, यह दर्शाता है और कि "आतंकवाद अब आखिरी सांसे ले रहा है और अब यह लंबे समय तक जीवित नहीं रहेगा।" किसी राजनीतिक दल का नाम लिए बगैर सिन्हा ने कहा कि जो लोग अपने निजी फायदे के लिए निर्दोष लोगों की हत्याओं को सही ठहराने की कोशिश कर रहे हैं, वे वास्तव में देश की संप्रभुता और अखंडता को चुनौती दे रहे हैं, "मैं यहां यह कहने में संकोच नहीं करता कि अगर जरूरत पड़ी तो ऐसे लोगों पर कानून के मुताबिक कार्रवाई होगी।"