जम्मू-कश्मीर में रद हुई सभी पीएससी परीक्षाएं नवंबर में नए सिरे होगी: उपराज्यपाल मनोज सिन्हा
“हमने अनियमितताओं के आरोपों के बाद पीएससी द्वारा आयोजित परीक्षा रद कर दी। सीबीआई जांच का आदेश दिया। कुछ गिरफ्तारियां हुई हैं और कुछ और लोगों की गिरफ्तारियां होना संभावना है। सभी रद की गई परीक्षाएं अब नवंबर में नए सिरे से आयोजित की जाएंगी।
श्रीनगर, जेएनएन : जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित परीक्षाएं जो सरकार द्वारा हाल ही में रद कर दी गई थीं अब नवंबर के में नए सिरे से आयोजित की जाएंगी। उपराज्यपाल ने यकीन दिलाया कि इस बार चयन प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी रूप से होगी और योग्य उम्मीदवार को ही उसका हक मिलेगा।
यहां एसकेआइसीसी में एक समारोह को संबोधित करते हुए सिन्हा ने कहा कि वे दिन गए जब जम्मू और कश्मीर की सड़कों पर नौकरियां बेची जाती थीं। “हमने अनियमितताओं के आरोपों के बाद पीएससी द्वारा आयोजित परीक्षा रद कर दी। सीबीआई जांच का आदेश दिया। कुछ गिरफ्तारियां हुई हैं और कुछ और लोगों की गिरफ्तारियां होना संभावना है। "सभी रद की गई परीक्षाएं अब नवंबर में नए सिरे से आयोजित की जाएंगी।
एलजी सिन्हा ने कहा, "अब केवल योग्यता ही बात करेगी।" पिछले तीन वर्षों में 30,000 युवाओं को नौकरी मिली है। इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि हर किसी को सरकारी नौकरी नहीं मिल सकती है और इसलिए प्रशासन ने स्वरोजगार योजनाएं शुरू कीं। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि पिछले तीन वर्षों में 5 लाख से अधिक युवाओं को स्वरोजगार का मौका दिया गया है।
सरकार मिशन यूथ के तहत बी2वी प्रोग्राम चला रही है, हर प्रोग्राम में 20 युवाओं को स्किल डेवलपमेंट का मौका दिया जा रहा है। जम्मू-कश्मीर एक बदलाव देख रहा है और हर व्यक्ति को अपनी भूमिका निभानी होगी। उन्होंने कहा कि पिछले 30 वर्षों में जम्मू-कश्मीर में हजारों लोगों के जीवन को बर्बाद करने वाले कुछ लोगों ने कभी अपने बच्चों को किसी भी तरह से पीड़ित नहीं देखा। विकास के लिए शांति जरूरी है। लोगों को शांति स्थापित करने में सरकार का साथ देना होगा। सुरक्षा बल अकेले ऐसा नहीं कर सकते।
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि कुछ लोग निर्दोष लोगों की हत्या करके शांति भंग करने की कोशिश करते हैं ताकि यह आभास हो सके कि पिछले 30 वर्षों में जो कुछ भी हो रहा था वह आगे भी होता रहेगा। “मैं इसे रिकॉर्ड पर रख दूं कि हिंसा कहीं नहीं ले जाती। कश्मीर बदल रहा है और पर्यटक बड़ी संख्या में आ रहे हैं। यही नहीं रिकॉर्ड संख्या में कश्मीर और जम्मू के दोनों हवाई अड्डों से उड़ानें भरी जा रही हैं।
शांति विरोधी तत्व हमेशा निर्दोषों की हत्या करके शांति को अस्थिर करने की कोशिश करते हैं। उन्होंने राजनीतिक दलों व नेताओं का नाम लिए बिना कहा कि कुछ ऐसे भी हैं, जो अनुचित बयान देकर शांतिपूर्ण माहौल में व्यवधान डालने का हर समय प्रयास करते हैं। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बड़े ही सख्त लहजे में कहा कि कानून शांतिपूर्ण माहौल को खराब करने वाले या फिर अनुचित बयान देने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा।