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Terror Module Busted:कश्मीर के बाद अब जम्मू में टेरर फंडिंग माड्यूल का भंडाफोड़, लश्कर के 6 सहयोगी गिरफ्तार

जानकारी के आधार पर जम्मू-कश्मीर पुलिस की एसओजी की टीम ने रणनीति बनाई और सूचना के आधार पर छापामारी कर मुदसिर फारूक भट को गिरफ्तार किया।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Sat, 08 Aug 2020 06:14 PM (IST)Updated: Sat, 08 Aug 2020 06:55 PM (IST)
Terror Module Busted:कश्मीर के बाद अब जम्मू में टेरर फंडिंग माड्यूल का भंडाफोड़, लश्कर के 6 सहयोगी गिरफ्तार
Terror Module Busted:कश्मीर के बाद अब जम्मू में टेरर फंडिंग माड्यूल का भंडाफोड़, लश्कर के 6 सहयोगी गिरफ्तार

जम्मू, जेएनएन। कश्मीर के बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस ने जम्मू में आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का टेरर फंडिंग माड्यूल का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने एक विशेष ऑपरेशन के दौरान जम्मू में आतंकियों की मदद कर रहे उनके 6 सहयोगियों को गिरफ्तार भी किया गया है। जम्मू-कश्मीर पुलिस इसे बड़ी सफलता मान रही है। यह दावा किया जा रहा है कि इनसे पूछताछ के बाद और भी गिरफ्तारियां की जा सकती हैं।

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जम्मू-कश्मीर पुलिस जम्मू के आइजी मुकेश सिंह ने पत्रकारों को इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि गिरफ्तार सभी आरोपित लश्कर को मदद मुहैया कराते थे। उन्हें कुछ दिन पहले ही अपने विश्वसनीय सूत्रों से यह जानकारी मिली थी कि जम्मू में भी एक टेरर माड्यूल लश्कर के लिए काम कर रहा है।

जानकारी के आधार पर जम्मू-कश्मीर पुलिस की एसओजी की टीम ने रणनीति बनाई और सूचना के आधार पर छापामारी कर मुदसिर फारूक भट को गिरफ्तार किया। आइजीपी ने कहा कि जब भट से सख्ती से पूछताछ की तो उसने और पांच लोगों के नाम बताए, जो उसके साथ इसमें शामिल थे।

उनके नाम तौकीर अहमद भट, आसिफ भट, खालिद लतीफ भट, गाजी इकबाल और तारिक हुसैन मीर हैं। एसओजी की टीम ने बताए पते पर छापा मार पांचों को गिरफ्तार कर लिया है। प्राथमिक जांच में सभी छह आरोपियों ने उनके लश्कर-ए-तैयबा आतंकी संगठन से संबंध होने की बात स्वीकार ली है। पूछताछ जारी है।

आइजीपी ने दावा किया कि जम्मू में इस संगठन से जुड़े और लोग भी हो सकते हैं। पूछताछ के आधार जम्मू में आतंकी संगठनों की मदद कर रहे इस पूरे नेटवर्क का जल्द भंडाफोड़ किया जाएगा और सभी देशद्रोहियों को सलाखों के पीछे ले जाया जाएगा। उन्होंने यह जानकारी भी दी कि लश्कर आने वाले दिनों में कुछ बड़ा करने की सोच रहा था।

यह योजना 15 अगस्त को लेकर बनाई जा रही है या फिर किसी अन्य दिन, इस बारे में वह स्पष्ट नहीं कर पाएंगे परंतु अभी तक पूछताछ में यह पता चला कि जम्मू में काम कर रहे इस माड्यूल को कश्मीर घाटी में सक्रिय आतंकी संगठनों को अपनी गतिविधियां बढ़ान के लिए हर संभव मदद पहुंचाने की हिदायत दी गई थी। इनकी पूरी योजना क्या है, इस बारे में भी जल्द पता लगा लिया जाएगा। फिलहाल सुचना के आधार पर सुरक्षाबलों, और एजेंसियों को अलर्ट कर दिया गया है।

मुकेश सिंह ने यह भी बताया कि गिरफ्तार किए गए सभी ओवरग्राउंड वर्कर डोडा के रहने वाले मोहम्मद नवीन भट उर्फ हारून उर्फ खुबीब के लिए काम करते हैं। हारून लश्कर का आतंकी है। वह 1997 में संगठन शामिल हुआ और पाकिस्तान में टेनिंग पाने के लिए चला गया। हारून वापस डोडा लौटा और लश्कर की गतिविधियों में शामिल हो गया। हालांकि उसके बाद भी 2006 में वह फिर पाकिस्तान चला गया और काफी वहीं से काम करने लगा।

हारून ने ही जम्मू में इस नेटवर्क का निर्माण किया था जो पिछले दो-तीन वर्षों से लश्कर की गतिविधियों में भाग ले रहा था। इसी नेटवर्क में आबिद अहमद भट की भी भर्ती हुई परंतु सुरक्षाबलों ने वर्ष 2018 में उसे एक मुठभेड़ में मार गिराया। उसके बाद जमालदीन को संगठन में शामिल किया गया। वह भी वर्ष 2019 में सुरक्षाबलों के हाथ लग गया। वह अभी भी जेल में सजा काट रहा है। आईजीपी जम्मू ने कहा कि इन सभी को आतंकी गतिविधियां चलाने के लिए अच्छी खासी रकम दी जा रही थी। अटारी बार्डर समेत अन्य रूट के माध्यम से इन तक 12.5 लाख रुपये पहुंचाए गए। इस हवाला का कुछ लेनदेन मुंबई से तो कुछ इलेक्ट्रॉनिक मोड से किया गया। आईजी मुकेश सिंह ने कहा कि इस नेटवर्क की सहायता से लश्कर कश्मीर में ठप पड़ रही आतंकी गतिविधियों को तेज करने की योजना बना रहे थे। उन्होंने इसके लिए कुछ बड़ा भी सोच रखा था।

आपको जानकारी हो कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) जम्मू-कश्मीर में टेरर फंडिंग मामले की जांच कर रही है। एजेंसी ने इस मामले में पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूहों के लिए यहां काम कर रहे कई सहयोगियों को गिरफ्तार किया है। एनआइए ने कश्मीर में जिहादी गतिविधियों के लिए सीमा पार से आतंकी फंडिंग माड्यूल के संबंध में कई अज्ञात लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए थे और कई स्थानों पर छापे भी मारे थे।


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