जम्मू को दहलाने की एक और बड़ी साजिश नाकाम, कठुआ में स्टिकी बम के साथ लश्कर का आतंकी गिरफ्तार
कठुआ जिले के बिलावर में लश्कर के एक स्थानीय आतंकी को स्टिकी बम के साथ गिरफ्तार कर लिया।पकड़े गए आतंकी की पहचान बिलावर के मलाड़ का रहने वाला जाकिर हुसैन भट्ट उर्फ उमर फारूक पुत्र अली मोहम्मद के रूप में हुई है।
जम्मू, जेएनएन : जम्मू को दहलाने की आतंकियों की एक और बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया गया। कठुआ जिले के बिलावर में लश्कर के एक स्थानीय आतंकी को स्टिकी बम के साथ गिरफ्तार कर लिया। यह भी गृहमंत्री अमित शाह के जम्मू कश्मीर दौरे के आसपास और त्योहारी सीजन में माहौल खराब करने की साजिश का हिस्सा है। पकड़े गए आतंकी की पहचान बिलावर के मलाड़ का रहने वाला जाकिर हुसैन भट्ट उर्फ उमर फारूक पुत्र अली मोहम्मद के रूप में हुई है। उसने स्वीकार किया है कि यह स्टिकी बम उसे सीमा पार से भेजा गया है।
जम्मू अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) मुकेश सिंह ने बताया कि जाकिर के खुलासे से कुछ और लोगों को अभी गिरफ्तार किया जाना है। वह किन लोगों के संपर्क में था, उसके बारे में जांच-पड़ताल की जा रही है। बता दें कि पिछले दिनों ऊधमपुर में हुए सीरियत ब्लास्ट में इस्तेमाल स्टिकी बम भी सीमा पार पाकिस्तान से भेजा गया था। ऊधमपुर धमाके में पकड़ा गया पूर्व आतंकी ऊधमपुर के बसंतगढ़ निवासी मोहम्मद असलम शेख ने स्वीकार किया कि इंटरनेट मीडिया के जरिये पाकिस्तान में बैठक लश्कर के कमांडर ने उसे ऊधमपुर में धमाके करने की जिम्मेदारी सौंपी थी। इसके एवज में उसे रुपये दिए गए।
उसे कहा गया था कि ड्रोन के जरिये जिला कठुआ के दयालाचक्क में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास हथियार विस्फोटक गिराये जाएंगे। 23 सितंबर को वह दयालचक्क में ड्रोन द्वारा फेंके गए हथियारों को लेकर आया था। इस खेप में कुल सात स्टिकी बम व आइईडी थे। 24 सितंबर को वह इन हथियारों को लेकर बसंतगढ़ अपने घर पर आया था। अब बिलावर में स्टिकी बम मिलने से यह तो साफ है कि काफी मात्रा में बम सीमा पार से भेजे गए थे और अलग-अलग इलाकों में धमाके की जिम्मेदारी अलग-अलग आतंकी को सौंपा गया होगा। लिहाजा अभी और भी बमों की बरामदगी और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
सुरक्षा बलों की और बढ़ी चुनौतियां
गृहमंत्री का दौरा सिर पर है और आतंकियों की साजिशों का लगातार फर्दाफाश होने से पुलिस और सुरक्षा बलों की चुनौतियां और बढ़ गई हैं। दूसरी तरफ आतंकी भी शाह के दौरे के दौरान किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की पूरी कोशिश में जुटे हुए हैं। ऊधमपुर धमाके से सुरक्षा व्यवस्था पर पहले ही सवाल खड़े हो चुके हैं। अब कठुआ में स्टिकी बम की बरामदगी और आतंकी की गिफ्तारी से सुरक्षा बलों की चुनौतियां और बढ़ गई हैं।