जम्मू-कश्मीरः खुद जान बचाने को छिपता फिर रहा लश्कर अब लोगों को दे रहा धमकी
कश्मीर में सामान्य हो रहे हालात से भी लश्कर बौखला गया है। उसने कश्मीर के दुकानदारों को भी दुकानें न खोलने के लिए धमकाया है।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। जम्मू कश्मीर की संवैधानिक स्थिति में बदलाव से अपने जिहादी एजेंडे के नाकाम होने से आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा पूरी तरह हताश हो गया है। मारे जाने के डर से खुद सुरक्षाबलों से छिपते फिर रहे लश्कर के आतंकियों ने घाटी में रहने वाले सभी गैर कश्मीरी नागरिकों को एक सप्ताह के भीतर कश्मीर छोडऩे का फरमान सुनाया है। इतना ही नहीं, लश्कर ने देश के विभिन्न हिस्सों में पढ़ रहे कश्मीर छात्रों के अभिभावकों से भी कहा है कि वह अपने बच्चों को फौरन वापस बुलाएं।
लश्कर के कमांडर अबु हैदर ने वादी में एक बयान जारी कर सोपोर के फल व्यापारियों को भी धमकाया और उन्हें कहा कि अगर उन्होंने अपने तौर तरीके नहीं बदले तो वह अपने अंजाम के खुद जिम्मेदार होंगे। लश्कर कमांडर ने कहा कि ये लोग मंडी बंद करें, इन्हें अब कोई चेतावनी नहीं दी जाएगी। लश्कर कमांडर ने कहा कि कोई भी कश्मीरी अन्य राज्य के लोगों को अपना मकान या दुकान किराए पर न दे। अगर किसी ने दिया तो वह अपने अंजाम का खुद जिम्मेदार होगा। वहीं कश्मीर में सामान्य हो रहे हालात से भी लश्कर बौखला गया है। उसने कश्मीर के दुकानदारों को भी दुकानें न खोलने के लिए धमकाया है।