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लंगर के ट्रकों को 21 तक रोकने का मामला गरमाया

राज्य ब्यूरो जम्मू बाबा अमरनाथ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं के लिए लंगर लगाने वालों को 21 जून से पहले कश्मीर में प्रवेश की अनुमति न देने का मामला गरमा गया है। लंगरों के संगठन श्री अमरनाथ बर्फानी लंगर संगठन ने श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड को चेतावनी दी है कि अगर लंगर लगाने वालों के ट्रकों को कश्मीर में 15 जून से प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी गई तो यात्रा का बहिष्कार किया जाएगा। सिर्फ राजनीतिक पार्टियां ही नहीं बल्कि हिदू और अन्य सामाजिक संगठन भी लंगर संगठन के साथ खड़े हो गए हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 05 Jun 2019 06:29 AM (IST)Updated: Thu, 06 Jun 2019 06:42 AM (IST)
लंगर के ट्रकों को 21 तक रोकने का मामला गरमाया
लंगर के ट्रकों को 21 तक रोकने का मामला गरमाया

राज्य ब्यूरो, जम्मू : बाबा अमरनाथ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं के लिए लंगर लगाने वालों को 21 जून से पहले कश्मीर में प्रवेश की अनुमति न देने का मामला गरमा गया है। लंगरों के संगठन श्री अमरनाथ बर्फानी लंगर संगठन ने श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड को चेतावनी दी है कि अगर लंगर लगाने वालों के ट्रकों को कश्मीर में 15 जून से प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी गई तो यात्रा का बहिष्कार किया जाएगा। सिर्फ राजनीतिक पार्टियां ही नहीं, बल्कि हिदू और अन्य सामाजिक संगठन भी लंगर संगठन के साथ खड़े हो गए हैं।

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लंगर संगठन के प्रधान विजय ठाकुर ने कहा कि श्राइन बोर्ड से वह लगातार संपर्क में हैं। बोर्ड को कोई भी फैसला सुरक्षा एजेंसियों से सलाह करने के बाद ही करना है। हालांकि, लंगर संगठन ने यह भी तर्क दिया है कि पिछले वर्ष यात्रा मार्गों और पवित्र गुफा पर लंगर लगाने के लिए पर्याप्त समय दिया गया था लेकिन इस बार ऐसा क्यों किया जा रहा है। संगठन इस मसले पर कोई न कोई समाधान निकलाने के प्रयास में है। इस समय यात्रा की तैयारियां तेजी से चल रही हैं। ऐसे में लंगर के ट्रकों के प्रवेश की समय तिथि के मामले का तूल पकड़ना सही नहीं है। बोर्ड फिलहाल इस मामले पर पूरी तरह से चुप्पी साधे है। अगर बोर्ड ने अपने फैसले की समीक्षा नहीं की तो विश्व हिदू परिषद समेत कई धार्मिक और सामाजिक संगठन इस मामले को सीधे राज्यपाल के पास पहुंचाएंगे। इतना ही नहीं, संगठन इस मामले पर विरोध प्रदर्शन के लिए भी तैयार है।

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लंगर वालों को राशन सामग्री पहुंचाने के लिए समय मिलना जरूरी है। पता नहीं चलता है कि हर बार श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड नया फरमान जारी कर देता है। यह मुद्दा बहुत गंभीर है। इसलिए विश्व हिदू परिषद शीघ्र ही अपनी बैठक बुला रहा है। हम इस मामले को राज्यपाल सत्यपाल मलिक के समक्ष उठाएंगे। लंगर वाले तो यात्रा को सुचारु रूप से चलाने में सहयोग ही देते हैं।

-लीला करण शर्मा, प्रधान, विश्व हिदू परिषद जम्मू कश्मीर

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बाबा अमरनाथ यात्रा के दौरान लंगर वालों को समय पर राज्य में प्रवेश करने की इजाजत न देना गलत है। लंगर वाले श्रद्धालुओं की सेवा करते हैं। वह श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड व जिला प्रशासन को सहयोग देते हैं। दुर्गम यात्रा मार्गों पर शिविरों में लंगर पहुंचाने के लिए पर्याप्त समय चाहिए। श्राइन बोर्ड को अपने फैसले को बदलना चाहिए।

-नवीन सूदन, संयोजक, बजरंग दल जम्मू कश्मीर

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बाबा अमरनाथ यात्रा के दौरान सबसे अधिक सहयोग लंगर संगठन ही देते हैं। लाखों श्रद्धालुओं को खाना उपलब्ध कराते हैं। ऐसे में लंगर संगठनों के साथ श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड का ऐसा व्यवहार समझ नहीं आता है। लंगर लगाने के लिए पर्याप्त समय चाहिए इसलिए 15 जून से पहले पहले ट्रकों को कश्मीर में प्रवेश करने की इजाजत दी जानी चाहिए।

-अशोक गुप्ता, प्रधान डोगरा फ्रंट शिव सेना


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