Jammu Srinagar हाईवे पर अब सेब से लदे ट्रकों के आवागमन में बाधक नहीं बन रहा भूस्खलन
श्रीनगर-जम्मू हाईवे पर बीते दिनों भूस्खलन से कई जगहों पर ट्रकों को रोकना पड़ा था। इस पर कई सेब व्यापारियों और उत्पादकों ने नाराजगी जताते हुए कहा कि उनका माल रास्ते में ही खराब हो रहा है। मंडियों पर समय पर सेब नहीं पहुंचने से उन्हें नुकसान हो रहा है।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : कश्मीर में सेब पर जारी सियासत के बीच सेब से लदे ट्रक लगातार देश की विभिन्न मंडियों में पहुंच रहे हैं। श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर विभिन्न जगहों पर रुक-रुक कर होने वाला भूस्खलन भी अब इन ट्रकों के आवागमन में रुकावट नहीं बन रहा है। क्योंकि ट्रैफिक पुलिस, लोक निर्माण विभाग और सीमा सड़क संगठन व राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारी भूस्खलन के तुरंत बाद सड़क को यातायात योग्य बना रहे हैं। पहली सितंबर से 30 सितंबर तक सेब से लदे 33,105 ट्रक कश्मीर से देश के विभिन्न हिस्सों में पहुंचे हैं।
श्रीनगर-जम्मू हाईवे पर बीते दिनों भूस्खलन की वजह से कई जगहों पर ट्रकों को रोकना पड़ा था। इस पर कई सेब व्यापारियों और उत्पादकों ने नाराजगी जताते हुए कहा कि उनका माल रास्ते में ही खराब हो रहा है। मंडियों पर समय पर सेब नहीं पहुंचने से उन्हें नुकसान हो रहा है। इसके साथ ही कश्मीर में सेब पर सियासत शुरू हो गई। नेशनल कांफ्रेंस, कांग्रेस, पीडीपी पार्टी समेत विभिन्न राजनीतिक दलों ने सेब के ट्रकों की आवाजाही को सुचारु बनाए जाने की मांग करते हुए कहा कि सेब से लदे ट्रकों को रोका जाना कश्मीर को आर्थिक नुकसान पहुंचाना है।
कश्मीर के सेब उद्योग को तबाह करने के लिए ही सेब के ट्रकों को हाईवे पर रोका जाता है। इतना ही नहीं, कुछ लोगों ने आरोप लगाया कि कश्मीर में कोल्ड स्टोर मालिकों को लाभ पहुंचाने के लिए ट्रकों को रोका जा रहा है। मामले को तूल पकड़ते देख उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के निर्देश में संबंधित प्रशासन ने कश्मीर से ट्रकों को जम्मू समेत देश के अन्य भागों मेें भेजने के लिए कार्ययोजना को लागू किया गया। तत्कालिक एसएसपी ट्रैफिक हाईवे को यातायात प्रबंधन में कोताही के लिए निलंबित भी किया गया।
मंडलायुक्त कश्मीर के कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, वर्ष 2021 के सितंबर और सितंबर 2022 में कश्मीर से सेब लेकर देश के विभिन्न हिस्सों में गए ट्रकों की तुलना की जाए तो बीते माह ज्यादा ट्रक गए हैं। पहली सितंबर 2022 से 30 सितंबर 2022 तक काजीगुंड प्लाजा से 51,306 ट्रक देश के विभिन्न हिस्सा के लिए रवाना हुए हैं। इनमें 33,105 ट्रकों में सेब लदा हुआ था। सितंबर माह के दौरान कई बार भूस्खलन की वजह से हाईवे बंद हुआ है।
शनिवार को भी कुछ देर के लिए यातायात प्रभावित रहा। सच्चाई तो यह है कि रोजाना करीब 1100 ट्रक सेब लेकर देश के अन्य हिस्सों में जाते हैं। कश्मीर से जम्मू व अन्य हिस्सों के लिए रोजाना 1600 ट्रक ही रवाना होते हैं। श्रीनगर-जम्मू हाईवे भूस्खलन की वजह से 24 सितंबर से 30 सितंबर तक 35 घंटे तक बंद रहा है, जबकि मरम्मत कार्य के लिए 17 घंटे और 31 मिनट तक बंद रखा गया।