वकीलों की भूख हड़ताल में महिलाएं भी हुई शामिल
राज्य ब्यूरो जम्मू -जमीन की रजिस्ट्री का अधिकार न्यायपालिका के पास बहाल करने का उठाया मुद्दा -जानीपुर स्थित हाईकोर्ट कांप्लेक्स को बाहु रैका क्षेत्र में शिफ्ट करने का भी विरोध
जागरण संवाददाता, जम्मू: जमीन रजिस्ट्री का अधिकार न्यायपालिका के पास बहाल करने तथा जानीपुर स्थित हाईकोर्ट कांप्लेक्स को बाहु रैका क्षेत्र में शिफ्ट करने के प्रस्ताव के विरोध में वकीलों की क्रमिक भूख हड़ताल में शुक्रवार को महिला वकील भी शामिल हो गई। वीरवार को कोर्ट में अवकाश था। इसलिए क्रमिक भूख हड़ताल के दूसरे दिन पांच महिला वकीलों समेत नौ वकील भूख हड़ताल पर रहे।
जेएंडके हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के बैनर तले वकील शुक्रवार को भी हाईकोर्ट स्थित बार रूम में एकत्रित हुए और अपनी मांगों के समर्थन में धरना दिया। एसोसिएशन के सह-सचिव प्रदीप मजोत्रा, सूरज सिंह, मंजीत सिंह मन्हास व विशाल सलारिया के अलावा महिला वकील मंदीप रीन, यंग लायर्स एसोसिएशन की महासचिव उपासना ठाकुर, एडवोकेट सलीशा, राशिम व सुरब कोहली एक दिन की भूख हड़ताल पर रहीं। एसोसिएशन के उपाध्यक्ष रोहित भगत, महासचिव अभिषेक वजीर, कोषाध्यक्ष सुषांत समनोत्रा के अलावा बार एसोसिएशन के वरिष्ठ सदस्य व पूर्व प्रधान एमके भारद्वाज, सुरेंद्र कौर तथा अशोक शर्मा भी वकीलों के समर्थन में धरने पर बैठे।
एसोसिएशन के प्रधान एडवोकेट अभिनव शर्मा ने कहा कि वे पिछले 36 दिनों से कामछोड़ हड़ताल पर हैं और अब दो दिन से भूख हड़ताल चल रही है। यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा, जब तक उनकी दोनों मुख्य मांगें पूरी नहीं होंगी। शर्मा ने कहा कि दो दिसंबर को हुई जनरल हाउस मीटिग में आंदोलन तेज करने का फैसला लिया गया था, इसलिए क्रमिक भूख हड़ताल शुरू की गई है। इसके बावजूद अगर सरकार ने उनकी मांगों पर गौर नहीं किया तो आने वाले दिनों में आंदोलन और तेज किया जाएगा।