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    18 अक्टूबर को मूक प्रदर्शन, ब्लैक आउट कर लेह में हुई मौतों पर विरोध जताएगा लद्दाख, LAB ने लोगों से की यह अपील

    By Vivek Singh Edited By: Rahul Sharma
    Updated: Thu, 16 Oct 2025 06:45 PM (IST)

    लेह में हुई मौतों के विरोध में लद्दाख बौद्ध एसोसिएशन (LAB) ने 18 अक्टूबर को मूक प्रदर्शन और ब्लैक आउट का आह्वान किया है। LAB ने लोगों से शाम 7 बजे से 8 बजे तक बत्तियां बंद रखने और शांतिपूर्ण विरोध में शामिल होने की अपील की है, ताकि सरकार का ध्यान इस मुद्दे पर आकर्षित किया जा सके और न्याय की मांग की जा सके।

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    लद्​दाख के लोग मौतों व पकड़ धकड़ के खिलाफ विरोध जताएंगे। फाइल फोटो।

    राज्य ब्यूरो, जागरण, जम्मू। केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के लेह जिले में 24 सितंबर को हुई मौतों के विरोध में लेह, कारगिल जिलों में 18 अक्टूबर को दिन में मूक प्रदर्शन व रात को ब्लैक अाउट कर न्यायिक जांच व हिरासत में रखे युवाओं को रिहा करने का मुद्दा उठाया जाएगा।

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    ब्लाक स्तर तक होने वाले मूक प्रदर्शनों के दौरान कोई पोस्टर, बैनर, नारेबाजी, भाषणबाजी न करते हुए 24 सितंबर को मारे गए लद्दाखियों के परिवारों के प्रति एकजुटता दिखाने के साथ शोक भी व्यक्त किया जाएगा।

    लेह व कारगिल जिलों में 18 अक्टूबर को ब्लाक स्तर पर सुबह ग्यारह बजे से दोपहर एक बजे तक मूक प्रदर्शन होंगे। वहीं शाम को छह बजे से रात नौ बजे तक लद्दाख के लोग अपने घरों में ब्लैक आउट कर मौतों व पकड़ धकड़ के खिलाफ विरोध जताएंगे।

    सेवानिवृत न्यायाधीश की तलाश की जा रही

    लेह अपेक्स बाडी ने मूक प्रदर्शन की तिथि की यह घोषणा उस समय की है जब गृह मंत्रालय लेह में प्रदर्शन के दौरान सुरक्षाबलों की कार्रवाई में चार लोगों की मौतों होने के मामले में न्यायिक जांच करवाने पर गौर कर रहा है। अधिकारियों ने लेह अपेक्स बाडी को यह विश्वास भी दिलाया गया है कि जांच करवाने के लिए उच्चतम न्यायालय के सेवानिवृत न्यायाधीश की तलाश की जा रही है।

    लेह अपेक्स बाडी के सह अध्यक्ष छेरिंग दोरजे का कहना है कि गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने उन्हें फोन पर बताया है कि न्यायिक जांच करवाने की दिशा में प्रयास हो रहे हैं। लेह अपेक्स बाडी काे यह विकल्प भी दिया है कि अगर वह जांच के लिए तैयार किसी सेवानिवृत न्यायाधीश के नाम का सुझाव दे सकते हैं।

    हमारा प्रदर्शन पूरी तरह से शांत होगा

    ऐसे हालात में हमने मूक प्रदर्शन की तिथि की घोषणा कुछ दिन के इंतजार के बाद की है। हमारा प्रदर्शन पूरी तरह से शांत होगा। उन्होंने कहा कि हम अपनी इस मांग पर अड़िग हैं कि न्यायिक जांच व हिरासत में रखे गए युवाओं को रिहा करने के बाद ही केंद्र सरकार से बातचीत शुरू की जाएगी। वहीं बुधवार को छह लोगों की रिहाई पर दोरजे का कहना है कि जिन्हें छोड़ा जा रहा है, उन्हें थानों में हाजरी देनी पड़ रही है। यह सही नही है।

    गृह मंत्रालय को है यह आशंका 

    इसी बीच गृह मंत्रालय को यह आशंका है कि मूक प्रदर्शन के दौरान शरारती तत्व लद्दाख में 24 सितंबर जैसे हालात पैदा करने की फिर कोशिशें न करें। ऐसे में इस बार लद्दाख प्रशासन के साथ लेह अपेक्स बाडी की भी पूरी कोशिश रहेगी कि प्रदर्शन के दौरान शांति बनी रहे। लेह में जिला प्रशासन ने भले ही प्रशासनिक पबंधियां हटा दी हों लेकिन 18 अक्टूबर को सुरक्षा के कड़े प्रबंध रहेंगे।