Ladakh: लेह में सीआईबीएस विद्यार्थियों का प्रदर्शन, यूजीसी की मान्यता-वीसी नियुक्त करने की कर रहे हैं मांग
सीआईबीएस स्टूडेंट वेल्फेयर कमेटी की प्रधान पदमा ताशी का कहना है कि हम हमने संस्थान की बेहतरी के लिए इसे यूजीसी मान्यता व वाइस चांसलर देने की मांग कर रहे हैं। यूजीसी की ओर से अभी तक काई कार्रवाई नही हुई है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो: सेंट्रल इंस्टीट्यूट आफ बुद्धिस्ट स्टडीज (सीआईबीएस) लद्दाख को यूजीसी की मान्यता दिलवाने की मांग को लेकर संस्थान के विद्यार्थियों का प्रदर्शन जारी है। इसके साथ विद्यार्थी संस्थान के लिए वाइस चांसलर नियुक्त करने की भी मांग कर रहे हैं।
यूजीसी की मान्यता मिलने से यहां शिक्षण संस्थान को पेश आ रही फंड की कमी दूर होगी तो वहीं कोर्स पूरा करने के बाद विद्यार्थियों के लिए रोजगार हासिल करने के नए अवसर पैदा होंगे। मान्यता न होने के कारण संस्थान के युवा देश के अन्य हिस्सों में बुद्धिस्ट स्टडीज के पदों के लिए आवेदन नही कर सकते हैं।
ऐसे में लेह के चोगलमसर इलाके में स्थित इस संस्थान के विद्यार्थियों की हड़ताल 23वें दिन में दाखिल हो गई है। युवाओं ने अपनी मांगों को लेकर लेह की एनडीएस ग्राउंड से मरीन मार्केट तक विरोध रैली निकालने के साथ संस्थान के गेट पर धरना भी दिया।
सीआईबीएस स्टूडेंट वेल्फेयर कमेटी की प्रधान पदमा ताशी का कहना है कि हम हमने संस्थान की बेहतरी के लिए इसे यूजीसी मान्यता व वाइस चांसलर देने की मांग कर रहे हैं। यूजीसी की ओर से अभी तक काई कार्रवाई नही हुई है। ऐसे में इस जायज को मांग को पूरा करने की दिशा में उपराज्यपाल प्रशासन को भी कार्रवाई करनी चाहिए। यह विद्यार्थियों के भविष्य का मसला है। प्रदर्शन कर रहे विद्यार्थियों को लेह के सामाजिक, धार्मिक संगठनों के साथ लेह हिल काउंसिल की ओर से भी सहयोग दिया जा रहा है।
ऐसे हालात मे उपराज्यपाल आरके माथुर के गत माह यह मुद्दा दिल्ली में शिक्षा मंत्रालय से भी उठा चुके हैं। इसके बाद भी संस्थान के विद्यार्थियों की मांगे पूरी नही हो रही है। ऐसे में सुलग रहे युवाओं का सड़काें पर उतरना स्वाभाविक है। उनका कहना है कि ऐसे हालात में वे अपने प्रदर्शन का दायरा बढ़ाएंगे।