आंखों में फिर चमक..उम्मीद है झोली में आएगा सपनों का पदक
नई दिल्ली में सोमवार को राष्ट्रीय खेल पुरस्कार के लिए 12 सदस्यीय समिति ने द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिए नामों की सिफारिश की। देशभर से विभिन्न खेलों के 13 कोचों के नाम की द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिए सिफारिश की गई है। कुलदीप हांडू स्वयं भी वुशु के 11 बार राष्ट्रीय चैंपियन रह चुके हैं।
भागलपुर। सबौर से ममलखा तक एनएच-80 से अतिक्रमण अब तक नहीं हटाया गया, जबकि डीएम प्रणव कुमार ने जून में ही इस बाबत आदेश जारी किया था। इसके साथ ही डीएम ने जीरोमाइल से घोघा तक एनएच-80 की सड़क उखाड़कर इसे नए सिरे से बनाने और दस मीटर चौड़ा करने से संबंधित प्रस्ताव भी मांगा था। इस पर भी अमल नहीं हुआ। नतीजतन आए दिन सड़क पर घंटों जाम लगा रहता है। सड़क जर्जर हो जाने के कारण लोग वाहन लेकर इस रास्ते से गुजरने तक से परहेज कर रहे हैं।
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25 जुलाई तक में हटाना था अतिक्रमण
डीएम ने एनएच के कार्यपालक अभियंता को अतिक्रमण हटाने के लिए प्रचार-प्रसार करने और 25 जुलाई तक में कार्रवाई करने के लिए कहा था। अब तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। एनएच के कार्यपालक अभियंता मनोरंजन कुमार पांडेय का कहना है कि कोरोना को लेकर सारी जानकारी उपलब्ध नहीं हो पा रही है, इस कारण अतिक्रमण नहीं हटाया जा सका है।
---------- दो महीने में भी नहीं दी रिपोर्ट
जीरोमाइल से घोघा तक निर्माण होते ही सड़क क्षतिग्रस्त हो जाती है। सड़क की चौड़ाई कम रहने के कारण जाम की स्थिति बनी रहती है। डीएम ने एनएच के कार्यपालक अभियंता से सड़क के 10 मीटर चौड़ीकरण के प्रस्ताव की प्रगति रिपोर्ट मांगी थी। यह रिपोर्ट जून में ही मांगी गई थी, लेकिन अब तक इस पर काम नहीं हो सका।
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पांच से सात मीटर चौड़ी है सड़क
एनएच-80 की सड़क कहीं सात मीटर तो कहीं 5.5 मीटर ही चौड़ी है। इसके कारण यहां गाड़ियों का दबाव बढ़ने से लोहिया पुल और विक्रमशिला सेतु पर जाम लग जाता है। एनएच के दोनों तरफ मिट्टी की फ्लाइंग के अलावा भी जमीन है। अगर सड़क चौड़ी हो जाएगी तो जाम पर अंकुश लगेगा, लेकिन अफसरों की उदासीनता के कारण इस पर काम नहीं हो रहा।