किसान संघ ने कहा महबूबा की सुरक्षा भी ली जाए वापिस
किसान नेता सुभाष दसगोत्रा ने कहा कि जब तक महबूबा की सुरक्षा वापिस नहीं ली जाएगी उन्हें इस बात का एहसास नहीं हो पाएगा कि बिना सुरक्षा घाटी में रहना कितना सुरक्षित है।
मीरा साहिब, जेएनएन। पाकिस्तान से जंग की बात करने वालों को अनपढ़ गंवार कहने वाली महबूबा मुफ्ती के बयान को देश विरोधी बताते हुए किसान संघ ने केंद्र सरकार से अपील की है कि जिस तरह उन्होंने हुर्रियत नेताओं की सुरक्षा वापिस ली है, उसी तरह महबूबा की सुरक्षा भी वापिस ली जाए। संघ ने यह भी आरोप लगाया कि महबूबा ने इस तरह का बयान देकर 130 करोड़ देशवासियों का अपमान किया है। सरकार को चाहिए कि उनके खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज करे और उन्हें जेल में डाल दें।
भारतीय किसान संघ के पूर्व राज्य महासचिव व किसान नेता सुभाष दसगोत्रा ने कहा कि जब तक महबूबा की सुरक्षा वापिस नहीं ली जाएगी, उन्हें इस बात का एहसास नहीं हो पाएगा कि बिना सुरक्षा घाटी में रहना कितना सुरक्षित है। देश में बैठे इस तरह के नेताओं के कारण ही पाकिस्तान जैसे आतंकवादी देश के हौसले बुलंद होते हैं। ऐसे नेताओं को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। जब तक ऐसे नेताओं को सबक नहीं दिखाया जाएगा आगे भी वे इस तरह के बयान जारी करते रहेंगे।
दसगोत्रा ने कहा कि बिना जंग के पाकिस्तान की अकल ठिकाने नहीं आ पाएगी। पाकिस्तान को केंद्र सरकार जल्द से जल्द सबक सिखाएं। लोग प्रधानमंत्री मोदी की ओर देख रहे हैं कि वह कब पाकिस्तान को सबक सिखाते हैं। उन्होंने कहा कि पुलवामा में सीआरपीएफ की बस पर हुआ आत्मघाती हमला इस बात का सूचक है कि पाकिस्तान आगे भी इस तरह के हमले करता रहेगा। पाकिस्तान से कश्मीर में आतंकवाद को बढ़ावा दे रहे उनके आका घाटी के युवाओं को बरगलाकर गलत रास्ते पर ले जा रहे हैं।
कश्मीर समस्या का स्थायी समाधान पाकिस्तान के साथ आर-पार की नीति अपनाकर ही संभव है। इस मौके पर कई अन्य लोगों ने भी अपने अपने विचार रखें। इनमें रमन चौधरी, कुलदीप सिंह, हरबंस लाल, सुरेश कुमार, सरदारी लाल, कीमती लाल, जोगेंद्र सिंह सहित अन्य उपस्थित थे।