कांग्रेस के पूर्व मंत्री के भाई पर आतंकियों को पनाह देने का केस दर्ज
कांग्रेस के पूर्व मंत्री सरूरी के भाई पर आतंकियों को पनाह देने का मामला दर्ज
राज्य ब्यूरो, जम्मू : किश्तवाड़ में भाजपा नेताओं और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के कार्यकर्ता की आतंकियों द्वारा हत्या की जाच की आच अब प्रदेश काग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री जीएम सरूरी के परिवार तक पहुंच गई है। पुलिस ने उनके भाई मोहम्मद शफी सरूरी समेत छह लोगों पर एफआइआर 229/2019 दर्ज की है। इन पर आतंकियों को शरण देने और आतंकी गतिविधियों के लिए मदद करने का आरोप है। शफी सरूरी भी कांग्रेस से जुड़े रहे हैं और पूर्व सरपंच हैं। हालांकि, आइजी जम्मू रेंज मुकेश सिंह ने कांग्रेस नेता के भाई की गिरफ्तारी से इन्कार किया है। कहा कि अभी सिर्फ मामला दर्ज किया गया है और छानबीन की जा रही है।
पुलिस के अनुसार, पूर्व मंत्री जीएम सरूरी के भाई मोहम्मद शफी सरूरी समेत मसूद अहमद, मोहम्मद मुजफ्फर शाह, गुलाम मोहम्मद कमाल, तौसीफ अहमद गुंदना और सईद अहमद के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। ये सभी किश्तवाड़ के रहने वाले हैं। तौसीफ अहमद गुंदना आर्म्ड केस के एक मामले में पहले से ही जेल में बंद है।
आइजी मुकेश सिंह ने बताया कि पिछले दिनों पकड़े गए आतंकियों से पूछताछ के आधार पर इन सभी के खिलाफ राष्ट्रविरोधी व गैर कानूनी गतिविधियों मे संलिप्त होने का केस दर्ज किया गया है। अभी किसी को गिरफ्तार नहीं किया है। आरोपों की जांच की जा रही है। इन्हें पूछताछ के लिए बुलाया गया है।
दरअसल, कांग्रेस नेता के भाई और अन्य पांच लोगों का नाम बीते साल किश्तवाड़ में हुई भाजपा नेता अनिल परिहार व उनके भाई और इसी वर्ष आरएसएस कार्यकर्ता चंद्रकांत शर्मा व उनके अंगरक्षक की हत्या में शामिल नौ आतंकियों ने पूछताछ के दौरान लिया है। ये आतंकी किश्तवाड़ के जिला उपायुक्त के अंगरक्षक और गत माह पीडीपी नेता के अंगरक्षक से हथियार लूटने की वारदात में भी शामिल रहे हैं। इन आतंकियों के तीन साथी गत सप्ताह बटोत में मुठभेड़ में मारे गए हैं।
आतंकी बोले-घर में पनाह और वित्तीय मदद देते थे :
पकड़े गए आतंकियों ने पूछताछ में बताया कि कांग्रेस नेता के भाई मोहम्मद शफी व अन्य लोगों को शुरू से ही किश्तवाड़ में आतंकी गतिविधियों की साजिश का पूरा पता था। ये लोग न सिर्फ जिहादी तत्वों को अपने घर में पनाह देते थे, बल्कि एक जगह से दूसरी जगह सुरक्षित आने जाने में भी उनकी मदद करते थे। वित्तीय व अन्य प्रकार का भी सहयोग करते थे। मेरा या मेरे परिवार का आतंकियों से कोई संबंध नहीं : शफी सरूरी
राज्य ब्यूरो, जम्मू : प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जीएम सरूरी के भाई शफी सरूरी ने खुद को पूरी तरह निर्दाेष बताते हुए कहा कि आतंकियों से मेरा या मेरे परिवार का कोई संबंध नहीं है। उन्होंने अपने ऊपर लगे आरोपों को राजनीतिक दुराग्रह और बदले की भावना से प्रेरित बताया। उन्होंने कहा कि मैं किसी भी निष्पक्ष और स्वतंत्र जांच का सामना करने के लिए तैयार हूं।
आतंकियों के साथ अपना नाम आने और एफआइआर दर्ज होने पर शफी सरूरी ने बुधवार को एक बयान जारी करते हुए कहा कि यह सब मुझे और मेरे परिवार को बदनाम करने की साजिश है। मैं बीते साल तक राज्य सरकार द्वारा सुरक्षा व्यवस्था हटाए जाने तक संरक्षित लोगों में शामिल रहा हूं। मैं और मेरा परिवार पहले ही बहुत मुश्किल दौर से गुजर रहा है। बीते छह साल से मेरी पत्नी कैंसर से लड़ रही है, उसके उपचार के लिए अक्सर हमें राज्य से बाहर जाना पड़ता है। पुलिस हमारे जिस मकान में आतंकियों को शरण की बात कर रही है, बीते कई वर्षो से हम उसमें नहीं रह रहे हैं। उसमें किराएदार रहते हैं। किराएदारों में गैर मुस्लिम भी हैं और कई पुलिसकर्मी भी। मुझे पूरी उम्मीद है कि इस सारे मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाएगी।