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नारको टेरर मॉड्यूल का सरगना तरनतारन से गिरफ्तार

मुख्य सरगना पंजाब के तरनतारन में सराय अमानत खान में छिपा हुआ था। उस पर पंजाब के विभिन्न पुलिस थानों में मादक तस्करी के दस मामले दर्ज हैं।

By JagranEdited By: Published: Sat, 24 Oct 2020 01:20 AM (IST)Updated: Sat, 24 Oct 2020 05:09 AM (IST)
नारको टेरर मॉड्यूल का सरगना तरनतारन से गिरफ्तार
नारको टेरर मॉड्यूल का सरगना तरनतारन से गिरफ्तार

जागरण संवाददाता, जम्मू : पाकिस्तान खुफिया एजेंसी की मदद से चल रहे नशे एवं आतंक के गठजोड़ को (नारको टेररिज्म) को जम्मू पुलिस ने ध्वस्त कर दिया है। गिरोह का सरगना गुरप्रताप सिंह को पंजाब के तरनतारन से गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा गिरोह के छह सदस्य भी दबोचे जा चुके हैं। यह सभी सदस्य आइएसआइ के अपने हैंडलर के संपर्क में थे और यह सभी हैंडलर सियालकोट, लाहौर और और दुबई में सक्रिय थे।

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मुख्य सरगना पंजाब के तरनतारन में सराय अमानत खान में छिपा हुआ था। उस पर पंजाब के विभिन्न पुलिस थानों में मादक तस्करी के दस मामले दर्ज हैं। पुलिस ने सरगना के मोबाइल फोन को भी जब्त किया गया है। उसके मोबाइल फोन से आतंकी मॉड्यूल के बारे में अहम जानकारियां मिलने की उम्मीद है।

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2005 बम धमाकों के आरोपी भी गिरोह में शामिल

टेरर मॉड्यूल के तार अंतरराष्ट्रीय मादक तस्कर के परिवार से जुड़े हैं। पुलिस ने पूर्व कुख्यात तस्कर सरफू के भाई अजीत कुमार और उसके साथी बिशन कुमार को गिरफ्तार किया है। सरफू भी पाकिस्तानी आतंकी के लिए कूरियर का काम करता रहा है। दोनों वर्ष 2005 में नई दिल्ली में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों में गिरफ्तार हुए थे लेकिन बाद में फरार हो गए थे। दिल्ली पुलिस ने दोनों के खिलाफ रेड कार्नर नोटिस भी जारी करवाया था। इन पर 2015 में जम्मू कश्मीर में नशे की तस्करी का भी मामला दर्ज हुआ है और यह दोनों पंजाब में छिपे थे। पूछताछ में उन्होंने आइएसआइ के नेटवर्क से जुडे़ अपने चार अन्य साथियों के नाम भी उगले। इनको भी पुलिस टीम ने धर दबोचा।

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फोन नंबर ने खोला कच्चा-चिट्ठा

दरअसल 20 सितंबर को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ ने ड्रोन की मदद से जम्मू के अरनिया सेक्टर में हथियार और 60 किलो हेरोइन फेंकी थी लेकिन सतर्क सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने इस खेप को बरामद कर लिया। जांच के दौरान मादक पदार्थ और हथियारों की खेप के साथ एक पेज पर फोन नंबर भी लिखा था। इस फोन ने पूरा कच्चा-चिट्ठा खोल दिया।

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कौन था सरफू

जम्मू के खौड का रहने वाला सरफू पाकिस्तानी आंतकियों के लिए कूरियर का काम करता था। वह सीमापार से कई बाद नशे की खेप भारत भेज चुका हैं। 19 अगस्त 2011 को पुलिस हिरासत में संदिग्ध हालत में सरफू की मौत के बाद उसकी पत्नी और दोनों बेटे अंतरराष्ट्रीय मादक तस्करी में सक्रिय हो गए थे। सरफू के दोनों बेटों सन्नी और संजय कुमार को पंजाब पुलिस ने वर्ष 21 मई 2015 को खौड़ में दबोचा था और उनकी निशानदेही पर उनके घर से भारी मात्रा में हेरोइन बरामद की गई थी।


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