मनजोत को नहीं मिली किडनी देने की अनुमति, मामले में आया नया मोड़
परिवार की इच्छा के विरुद्ध अपनी बीमार मुस्लिम दोस्त समरीन को किडनी देने पर अड़ी ऊधमपुर की मनजोत कोहली के मामले में नया मोड़ आ गया।
जागरण संवाददाता, ऊधमपुर । परिवार की इच्छा के विरुद्ध अपनी बीमार मुस्लिम दोस्त समरीन को किडनी देने पर अड़ी ऊधमपुर की मनजोत कोहली के मामले में नया मोड़ आ गया। बताया जा रहा है कि श्रीनगर स्थित सौरा अस्पताल प्रशासन ने विवादित हो चुके इस मामले में पड़ने के बजाए मनजोत को किडनी देने की अनुमति न देने का फैसला कर लिया है।
हालांकि अस्पताल प्रशासन ने अभी अपने फैसले को सार्वजनिक नहीं किया है और न ही इसकी जानकारी मनजोत और समरीन के परिवार को दी है। अस्पताल प्रशासन इस मामले पर पूरी तरह चुप्पी बनाए हुए है। इस बीच, मनजोत ने कहा कि मुझे अभी अस्पताल प्रशासन ने कोई जानकारी नहीं दी है, मगर पहले से आभास है कि प्रशासन किडनी देने की अनुमति नहीं देगा। इसलिए मैंने अदालत की शरण में जाने की तैयारी कर रखी है। बुधवार को अस्पताल प्रशासन के जवाब के बाद ही आगे की रणनीति तय होगी।
मंजूरी रद होने पर इस मामले में अदालत में याचिका दायर की जाएगी। मनजोत इस समय श्रीनगर में अपनी सहेली के पास ही है। वहीं दूसरी ओर दिल्ली में काम करने वाला मनजोत का भाई भानू प्रताप मंगलवार को ऊधमपुर पहुंचा। भानू ने कहा कि उसके पिता गुरदीप कोहली स्वस्थ नहीं हैं और भागदौड़ करने में असमर्थ हैं। इसलिए वह यहां आया है। इस मामले में जिला लीगल सर्विस अथारिटी व बार एसोसिएशन से मदद ली जाएगी। इसके साथ ही कल राज्यपाल को इस मामले में हस्तक्षेप करने से लिए पत्र लिखेंगे, जिसमें मनजोत को किडनी देने से रोकने तथा समरीन के लिए किसी अन्य किडनी डोनर की व्यवस्था करने की अपील की जाएगी।
सूत्रों के अनुसार, सौरा अस्पताल में निदेशक की अध्यक्षता में अंग प्रत्यारोपण कमेटी की तीन बजे शुरू हुई बैठक शाम सात बजे तक चली। बताया जा रहा है कि बैठक में हर पहलु पर विचार-विमर्श किया गया। माना जा रहा है कि बिना परिवार की अनुमति के किडनी प्रत्यारोपित करने पर मनजोत के पिता द्वारा कानूनी कार्रवाई की चेतावनी की वजह से सौरा अस्पताल प्रशासन ने इस विवाद से फिलहाल दूर रहने का फैसला किया है।