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कश्मीरी पंडितों ने की माता काली की आराधना

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By JagranEdited By: Published: Tue, 08 Oct 2019 09:21 AM (IST)Updated: Wed, 09 Oct 2019 06:38 AM (IST)
कश्मीरी पंडितों ने की माता काली की आराधना
कश्मीरी पंडितों ने की माता काली की आराधना

जागरण संवाददाता, जम्मू : दुर्गा नवमी के दिन कश्मीरी पंडितों ने जम्मू में बने आश्रमों में पहुंच माता काली की आराधना की। जम्मू कश्मीर में पनपे आतंकवाद के खात्मे की कामना की। नवरात्र में माता काली नौ देवियों में से एक हैं, जिसकी पूजा अर्चना की जाती है। माता काली ने राक्षस का वध कर बुराई पर अच्छाई की जीत का संदेश दिया था। इसी को लेकर कश्मीरी पंडित आज के दिन माता काली की पूजा करते हैं। घाटी में स्थित हरी पर्वत में काली मंदिर और हंदवाड़ा के बद्रकाली मंदिर समेत अनेक दूसरे काली माता मंदिरों में कभी कश्मीरी पंडितों की अच्छी खासी भीड़ जुटा करती थी। मगर आतंकवाद के दौर के बाद कश्मीरी पंडितों को पलायन कर दूसरे क्षेत्रों में जाना पड़ा। लेकिन रीति रिवाज आज भी बंद नहीं हुए। जम्मू में बनाए गए आश्रमों में आज के दिन माता काली की पूजा की गई और अच्छे दिनों की कामना की गई। भगवान गोपीनाथ आश्रम उदयवाला, स्वामी आत्मा राम जी आश्रम बोहड़ी में कश्मीरी पंडित सुबह से ही पहुंचने लगे और पूजा-अर्चना की। सुबह यहां पर हवन यज्ञ हुआ और दिन भर पूजा होती रही।

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स्वामी आत्मा राम जी आश्रम बोहड़ी के ट्रस्टी हीरा लाल भट्ट ने बताया कि नवरात्र के दिनों में कश्मीरी पंडित नौ देवियों की पूजा करते हैं। माता काली जिन्होंने राक्षस का वध किया था, उससे कश्मीरी पंडित घाटी में पनपे आतंकवाद रूपी राक्षस के खात्मे के लिए पूजा-अर्चना करते हैं। यह कश्मीरी पंडित सुखद माहौल में अपनी घाटी वापसी चाहते हैं।


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