कश्मीरी पंडित की अर्थी को मुस्लिम पड़ोसी ने दिया कंधा
मुस्लिम पड़ोसियों ने परिजनों को सांत्वना देते हुए उनके साथ मिलकर दिवंगत के दाह संस्कार की व्यवस्था की।
श्रीनगर, [राज्य ब्यूरो]।गांदरबल में रविवार को फिर एक कश्मीरी पंडित की अर्थी को कंधा देने के लिए उसके मुस्लिम पड़ोसी आए। गांदरबल से सटे वुस्सन में कश्मीरी पंडित समुदाय के दो से तीन परिवार रहते हैं। इनमें एक परिवार मोती लाल का भी है।
मोती लाल और उसके परिजनों ने आतंकियों की धमकियों की परवाह नहीं की और वुस्सन में ही रहे।सुबह मोती लाल का निधन हो गया। उसके निधन की खबर फैलते ही न सिर्फ उसके पड़ोस में रहने वाले उसके मुस्लिम पड़ोसी बल्कि आसपास इलाकों से भी लोग उसके घर संवेदना जताने के लिए पहुंच गए।
मुस्लिम पड़ोसियों ने परिजनों को सांत्वना देते हुए उनके साथ मिलकर दिवंगत के दाह संस्कार की व्यवस्था की। वहां मौजूदा अरशद हुसैन नामक एक युवक ने कहा कि यहां कोई हिंदू-मुस्लिम का सवाल नहीं है। हम सभी यहां कश्मीरी के तौर पर आपस में भाइयों की तरह रहते हैं। यही हमारी परंपरा है। मोती कौल हमारे अपने ही थे, उनकी मौत से पूरे इलाके में लोग शोकग्रस्त हैं। इसलिए सभी उनके जनाजे में शरीक होने आए।
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