Shopian Encounter: शोपियां मुठभेड़ में AGH कमांडर बुरहान समेत 3 आतंकी ढेर, मेजर समेत 5 सुरक्षाकर्मी घायल
जम्मू-कश्मीर शोपियां में सुरक्षाबलों ने 3 आतंकियों को मार गिराया है। हालांकि आतंकियों की पहचान अभी तक नहीं की जा सकी है।
श्रीनगर, जेएनएन। दक्षिण कश्मीर में शोपियां के मलूरा में मंगलवार को शुरू हुई मुठभेड़ करीब 19 घंटे बाद बुधवार दोपहर अंसार गजवात उल हिंद (एजीएच) के ऑपरेशनल कमांडर के मारे जाने के साथ ही समाप्त हो गई। हालांकि मारे गए आतंकी के ऑपरेशनल कमांडर होने की अधिकारिक पुष्टि बाकी है। इस मुठभेड़ में दो आतंकी कल रात ही मारे गए थे। इस दौरान एक मेजर समेत पांच सुरक्षाकर्मी और दो स्थानीय नागरिक भी जख्मी हुए हैं। मुठभेड़ के दौरान दो मकान पूरी तरह तबाह हो गए, जबकि दो अन्य को आंशिक क्षति पहुंची है। पुलिस ने मारे गए तीनों आतंकियों के शव व उनके हथियार कब्जे में लेने के साथ ही मुठभेड़स्थल को पूरी तरह साफ किए जाने तक स्थानीय लोगों को वहां से दूर रहने को कहा है।
पुलिस ने मारे गए आतंकियों की पहचान की पुष्टि नहीं की है, लेकिन इनमें एजीएच का जिला कमांडर बुरहान कोका, नासिर और उमर फिदायी बताए जाते हैं। उमर के बारे में दावा किया जाता है कि वही अंसार गजवात उल ङ्क्षहद का ऑपरेशनल कमांडर गाजी इब्राहिम है। बीते 10 दिनों में एजीएच को यह दूसरा बड़ा झटका है। इससे पूर्व 22 अप्रैल को मलूरा गांव में ही उसके चार आतंकी मारे गए थे। बुरहान मलूरा गांव का ही रहने वाला है, जबकि नासिर जिला अनंतनाग में अरवनी का रहने वाला था और उमर काकपोरा (पुलवामा) का रहने वाला था। पुलिस ने तीनों आतंकियों के शव पुलिस स्टेशन जैनपोरा में रखे हैं, जहां कथित तौर पर तीनों आतंकियों के परिजनों को शिनाख्त के लिए बुलाया गया है। तीनों आतंकियों के शव पुलिस खुद ही दफनाएगी।
शोपियां के मलूरा गांव में सुरक्षाबलों ने 22 अप्रैल के बाद से ही निगरानी रखी हुई थी। बुरहान कोका के बारे में लगातार सूचना मिल रही थी कि वह इसी इलाके में घूम रहा है। पुलिस को यकीन था कि वह अपने गांव में जरूर आएगा। मंगलवार शाम चार बजे खबर लगी कि गांव में आतंकी आए हैं। उसी समय सेना, पुलिस और सीआरपीएफ के एक संयुक्त कार्यदल ने गांव में घेराबंदी करते हुए तलाशी अभियान चलाया। शाम करीब पांच बजे एक मकान में छिपे आतंकियों ने जवानों की घेराबंदी तोड़ भागने के लिए फायरिंग कर दी। जवानों ने भी जवाबी फायर किया। मंगलवार रात को दो आतंकी मारे गए थे। इस दौरान एक सैन्यकर्मी और एक पुलिसकर्मी समेत दो सुरक्षाकर्मी जख्मी हुए थे। क्रॉस फायरिंग की चपेट में आकर शहनाजा बेगम नामक एक महिला भी जख्मी हुई थी। उसके बाद निसार शेख नामक एक युवक भी पैलेट से घायल हुआ था। आधी रात के करीब आतंकियों की तरफ से फायरिंग बंद हो गई। सुरक्षाबलों को लगा कि तीसरा आतंकी मर गया है और उन्होंने अभियान स्थगित करते हुए मुठभेड़स्थल की चारों तरफ घेराबंदी मजबूत कर दी, ताकि सूर्याेदय के समय तलाशी ली जा सके।
छिपे आतंकी ने तड़के फिर की फायरिंग : बुधवार तड़के करीब चार बजे तीसरे आतंकी ने फिर फायरिंग शुरू कर दी और मुठभेड़ दोबारा शुरू हो गई। सुबह करीब आठ बजे गोलीबारी फिर बंद हो गई। इस पर सुरक्षाबलों ने आगे बढ़ते हुए तलाशी शुरू की तो मुठभेड़ के दौरान क्षतिग्रस्त हुए एक मकान के मलबे में छिपे बैठे आतंकी ने फिर फायरिंग कर दी। इसमें एक मेजर कैपरे और तीन अन्य सुरक्षाकर्मी घायल हो गए। अन्य जवानों ने अपने घायल साथियों को वहां से हटाते हुए जवाबी फायर किया। दोपहर 12 बजे तीसरा आतंकी भी मारा गया और उसके साथ ही मुठभेड़ समाप्त हुई। मारे गए आतंकियों के पास से दो एसाल्ट राइफलें, एक रिवाल्वर व अन्य साजो सामान भी जब्त किया गया है।
एक साल में एजीएच के तीन प्रमुख कमांडर मारे गए : अल कायदा ने जुलाई 2017 में अंसार गजवात-उल-हिंद के गठन का एलान करते हुए हिजबुल के बागी जाकिर मूसा को इसका कमांडर घोषित किया था। जाकिर मूसा 24 मई 2019 को त्राल में अपने घर से कुछ ही दूरी पर सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में मारा गया था। उसकी मौत के बाद अल कायदा ने हमीद ललहारी को एजीएच का कमांडर घोषित किया था। ललहारी भी 22 अक्तूबर 2019 को सुरक्षाबलों के हाथों मारा गया। उसकी मौत के बाद एजीएच की कमान गाजी इब्राहिम को सौंपी गई। सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक, गाजी इब्राहिम कोई और नहीं बल्कि मुठभेड़ में मारा गया उमर ही था।
08 दिन में 16 आतंकी ढेर
- 22 अप्रैल : शोपियां मुठभेड़ में अंसार गजवाल उल हिंद के चार आतंकी ढेर।
- 24 अप्रैल : कुलगाम में मुठभेड़, दो आतंकी मारे गए।
- 25 अप्रैल : अवंतीपोरा में मुठभेड़, ओजीडब्ल्यू समेत तीन आतंकी ढेर।
- 26 अप्रैल : कुलगाम में मुठभेड़, एक आतंकी मारा गया।
- 27 अप्रैल : कुलगाम मुठभेड़ में टीआरएफ जेके के ऑपरेशल कमांडर समेत तीन आतंकी ढेर।
- 28-29 अप्रैल : शोपियां मुठभेड़ में अंसार गजवाल उल ङ्क्षहद के तीन आतंकी मारे गए।
सनद रहे कि गत मंगलवार को सुरक्षाबलों को सूचना मिली थी कि AGH का जिला कमांडर बुरहान कोका अपने परिजनों से मिलने मलूरा गांव में आया हुआ है। उसके साथ एजीएच का कमांडर इब्राहिम गाजी और निसार बट भी था। इसकी खबर मिलते ही गत मंगलवार को सेना, पुलिस और सीआरपीएफ के संयुक्त कार्यदल ने गांव को चारों तरफ से घेर लिया। सुरक्षाबलों ने तलाशी लेते हुए जब आगे बढऩा शुरू किया तो एक जगह छिपे आतंकियों ने घेराबंदी तोड़कर भागने के लिए फायरिंग शुरू कर दी। आतंंकियों ने जवानों पर ग्रेनेड भी फेंका। फायरिंग में एक सैन्यकर्मी घायल हो गया। इसके बाद सुरक्षाबलों ने जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी।
देर रात तक सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को मार गिराया था। इस दौरान क्रास फायरिंग की चपेट में आकर एक महिला शहनाजा बानो पत्नी फारूक अहमद कोका जख्मी हो गई। सूत्रों के अनुसार, मुठभेड़ में फंसे आतंकियों को निकालने के लिए कुछ युवकों ने सुरक्षाबलों पर पथराव भी किया। उन्हें खदेडऩे के लिए पुलिस द्वारा किए गए बल प्रयोग में आसिफ अहमद रेशी पुत्र निसार रेशी नामक एक युवक पैलेट लगने से जख्मी हो गया।
शोपियां में 12 दिन में तीसरी मुठभेड़ : शोपियां में बीते 12 दिनों में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच यह तीसरी मुठभेड़ है। इससे पूर्व 17 अप्रैल को दो आतंकी मारे गए थे, जबकि 22 अप्रैल को मलूरा में ही हुई मुठभेड़ में एजीएच के ही चार आतंकी मारे गए थे।