शांत रहा कश्मीर, काेरोना कर्फ्यू का उल्लंघन करने पर 248 लोग गिरफ्तार, 1.38 लाख रुपये जुर्माना वसूला
कश्मीर घाटी में शुक्रवार को प्रशासन ने कोरोना कर्फ्यू को सख्ती से लागू किया ताकि राष्ट्रविरोधी तत्वों को किसी तरह स हालात बिगाड़ने का मौका नहीं मिले। स्थिति दिनभर शांत रही। कहीं भी अलगाववादियों द्वारा प्रायाेजित कोई जुलूस नहीं निकला।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। कश्मीर घाटी में शुक्रवार को प्रशासन ने कोरोना कर्फ्यू को सख्ती से लागू किया ताकि राष्ट्रविरोधी तत्वों को किसी तरह स हालात बिगाड़ने का मौका नहीं मिले। स्थिति दिनभर शांत रही। कहीं भी अलगाववादियों द्वारा प्रायाेजित कोई जुलूस नहीं निकला। इस बीच, पुलिस ने वादी में काेरोना कर्फ्यू का उल्लंघन करने पर 248 लोगों को गिरफ्तार करने के अलावा 1.38 लाख रुपये बतौर जुर्माना भी वसूला है। आइजीपी कश्मीर विजय कुमार ने भी श्रीनगर के विभिन्न इलाकों का दौरा कर कानून व्यवस्था, कोविड प्रबंधन और कोरोना कर्फ्यू का जायजा लिया।
उल्लेखनीय है कि वादी में बीते 24 दिनों से कोरोना कर्फ्यू जारी है। प्रशासन ने आम लोगों की दिक्कतों को न्यूनतम बनाने और आवश्यक सेवाओं को बनाए रखने के लिए इसमें कई तरह की राहत दे रखी है। अलबत्ता 21 मई के मददेनजर प्रशासन ने कर्फ्यू को लेकर पूरी तरह सख्ती बरती। आज हुर्रियत कांफ्रेंस के चेयरमैन मीरवाइज मौलवी उमर फारुक के पिता मीरवाइज फारुक अहमद और पीपुल्स कांफ्रेंस के चेयरमैन सज्जाद गनी लोन के पिता अब्दुल गनी लोन की बरसी थी। मीरवाईज फारुक को 21 मई 1990 में हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकियों ने मौत के घाट उतारा था जबकि लोन को 21 मई 2002 काे ईदगाह में मीरवाईज फारुक की बरसी के सिलसिलेे में आयोजित समारोह में लश्कर के आतंकियों ने मौत के घाट उतारा था। हर साल इन दोनों की बरसी पर कश्मीर में अलगाववादियों द्वारा राष्ट्रविरोधी रैलियों और जलसों का आयोजन किया जाता है। यह दोनों ही इदगाह श्रीनगर में दफन हैं, वहां एक रैली भी होती है।
हालांकि वादी में इस बार अलगाववादी खेमा 21 मई को लेकर लगभग शांत ही था, लेकिन इंटरनेट मीडिया पर पाकिस्तान में बैठे कुछ तत्वों ने हड़ताल और रैली का आहवान कर लोगों को भड़काने का पूरा प्रयास किया। प्रशासन ने इसका संज्ञान लेते हुए आज वादी में कर्फ्यू को सख्ती से लागू करने का फैसला किया था। ईदगाह और डाउन-टाउन समेत वादी के सभी संवेदनशील इलाकों में पुलिस व अर्धसैनिकबलों की तैनाती पहले से ज्यादा रखी गई थी। विभिन्न सड़कों और गलियों में आम आवाजाही को बंद करने के लिए कंटीली तारें भी लगाई गई थी। बिना पास किसी को बाहर बाजार या सड़क पर नहीं निकलने दिया गया। सिर्फ उन्ही लोगों की आवाजाही रही जिनके पास आवश्यक अनुमति पत्र था या फिर जो स्वास्थ्य व अन्य आवश्यक सेवाओं से जुड़े हुए थे। बीमार लोगों व उनके तीमरदारों पर भी किसी तरह की रोक नहीं थी। वादी के भीतरी इलाकों में ही नहीं श्रीनगर -बारामुला-कुपवाड़ा सड़क पर भी वाहनों की आवाजाही आज नाममात्र रही।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि आज पूरी वादी में स्थिति लगभग शांत रही। किसी भी जगह अलगाववादियों का कोई जुलूस नहीं निकला। अलबत्ता, इस दौरान वादी में विभिन्न जगहों पर पुलिस ने कोरोना कफ्यू का उल्लंघन करने पर 1055 लोगों से 1.38 लाख रुपये बतौर जुर्माना वसूलने के अलावा 248 लाेगाें को गिरफ्तार भी किया है।