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    Kheer Bhawani Mela Kashmir 2022: अफवाहों में न आएं, आठ जून को बेखौफ मां खीर भवानी के वार्षिक मेले में आएं कश्मीरी हिंदू

    By Rahul SharmaEdited By:
    Updated: Fri, 03 Jun 2022 02:06 PM (IST)

    कश्मीरी हिंदुओं को टारगेट किलिंग का हवाला देते हुए यह जानकारी दी गई है कि इस बाद कश्मीर के जिला गांदरबल के तुलमुला इलाके में विराजमान मां खीर भवानी देवस्थान पर हर साल आयोजित होने वाला मेला रद्द कर दिया गया है।

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    प्रशासन ने कश्मीरी हिंदुओं से आग्रह किया कि वह बिना किसी डर के मेले में हिस्सा लें।(File Photo)

    श्रीनगर, संवाद सहयोगी : जम्मू-कश्मीर प्रशासन व पुलिस के दावों के बाद भी कश्मीर घाटी में पिछले तीन दिनों में जिस तरह टारगेट किलिंग के मामले बढ़े हैं, उससे कश्मीरी हिंदुओं व घाटी में रह रहे बाहरी राज्यों के लोगों में खौफ बढ़ा है। आतंकी जिस तरह जब चाहे कहीं भी घुसकर गोली मार रहे हैं, उसे देखते हुए कुछ शरारती तत्वों ने आठ जून को घाटी में आयोजित होने वाले वार्षिक क्षीर भवानी मेले के आयोजन को लेकर अफवाहें फैलाना शुरू कर दिया है।

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    सूत्रों ने बताया कि इंटरनेट मीडिया पर माता खीर भवानी अस्थापन ट्रस्ट का फर्जी लेटरहैड तेजी से वायरल हो रहा है। उसमें कश्मीरी हिंदुओं को टारगेट किलिंग का हवाला देते हुए यह जानकारी दी गई है कि इस बाद कश्मीर के जिला गांदरबल के तुलमुला इलाके में विराजमान मां खीर भवानी देवस्थान पर हर साल आयोजित होने वाला मेला, रद्द कर दिया गया है। वहीं प्रशासन ने शरारती तत्वों द्वारा कश्मीरी हिंदुओं के वार्षिक खीर भवानी मेले को स्थगित किए जाने की अफवाह पर विराम लगाते हुए कहा कि मेला आठ जून को ही लगेगा। मेला धूमधाम व धार्मिक श्रद्धा के साथ मनाने के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। कश्मीरी हिंदुओं से आग्रह किया कि वह बिना किसी डर के मेले में हिस्सा लें।

    गांदरबल के जिला उपायुक्त शांबीर ने तुलमुला इलाके में स्थित माता क्षीर भवानी मंदिर का दौरा कर वहां की जा रही तैयारियों की समीक्षा की। पत्रकारों से बताचीत में उन्होंने कहा कि कुछ शरारती त्तवों ने मेला स्थगित करने की अफवाह उड़ाई थी, जो झूठी है। उन्होंने कहा कि मंदिर में दूरदराज इलाकों से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए ठहरने तथा लंगर का भी प्रबंध किया गया है।

    वहां मौजूद गांदरबल के एसएसपी निखिल बोरकर ने कहा कि पूरे गांदरबल जिले विशेषकर तुलमुला में सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए हैं। उन्होंने कहा कि शरारती तत्वों पर पैनी नजर रखी जा रही है। उन्होंने कश्मीरी हिंदुओं से आग्रह किया कि वह बेखौफ होकर मेले में हिस्सा लें। हर साल तुलमुला में माता क्षीर भवानी के मंदिर में देश भर से बड़ी संख्या में विस्थापित कश्मीरी हिंदू माथा टेकने पहुंचते हैं। कोरोना महामारी के कारण पिछले दो साल मेला नहीं हो पाया था। इस बार मेले को लेकर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह था, प्रशासन भी तैयारियों में जुटा था।

    इसी बीच, आतंकियों ने कश्मीर में कश्मीरी हिंदुओं की टारगेट र्किंलग शुरू कर दी। दो दिन पहले कश्मीरी हिंदुओं के संगठन सोन कश्मीर ने सुरक्षा का हवाला देते हुए जम्मू से श्रद्धालुओं की बसें तुलमुला न ले जाने की बात कही। इसके बाद शरारती तत्वों ने अफवाह फैला दी कि मेला स्थगित कर दिया गया है, जिससे असमंजस की स्थिति बन गई थी।