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भारत-पाकिस्तान के बीच रिश्तों की नई इबारत लिख रही कारवा-ए-अमन बस

अमन कमान सेतु से 78 लोग हुए एलओसी के आर-पार। इस बस सेवा में सिर्फ वही लोग एलओसी के आर-पार आ-जा सकते हैं, जिनके परिजन जम्मू कश्मीर और गुलाम कश्मीर दोनों ही जगह बसे हैं।

By Preeti jhaEdited By: Published: Tue, 26 Jun 2018 10:13 AM (IST)Updated: Tue, 26 Jun 2018 02:29 PM (IST)
भारत-पाकिस्तान के बीच रिश्तों की नई इबारत लिख रही कारवा-ए-अमन बस
भारत-पाकिस्तान के बीच रिश्तों की नई इबारत लिख रही कारवा-ए-अमन बस

बारामुला, जागरण संवाद केंद्र। भारत-पाकिस्तान के बीच रिश्तों की नई इबारत लिख रही कारवान-ए-अमन बस सेवा के तहत सोमवार को 78 लोग एलओसी (नियंत्रण रेखा) पर जम्मू कश्मीर व गुलाम कश्मीर को आपस में जोड़ने वाले अमन कमान सेतु के आर-पार हुए।

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इस साल किसी एक दिन अमन कमान सेतु के आर-पार होने वाले यात्रियों की यह अब तक की सबसे बड़ी तादाद है। विदित हो कि भारत-पाकिस्तान ने एक समझौते के तहत जम्मू कश्मीर व गुलाम कश्मीर के बीच अप्रैल 2005 को एक बस सेवा शुरू की।

इस बस सेवा में सिर्फ वही लोग एलओसी के आर-पार आ-जा सकते हैं, जिनके परिजन जम्मू कश्मीर और गुलाम कश्मीर दोनों ही जगह बसे हैं। यह बस सेवा साप्ताहिक है और इसे कारवान ए अमन कहते हैं। इसके तहत यात्रियों को उड़ी सेक्टर में एलओसी पर स्थित अमन कमान सेतु को पैदल ही पार करना पड़ता।

संबंधित अधिकारियों ने बताया कि श्रीनगर से 15 यात्री गुलाम कश्मीर जाने के लिए कारवान ए अमन में सवार हो अमन कमान सेतु पहुंचे। इन लोगों ने कस्टम संबंधी औपचारिकताएं पूरी की और पैदल पुल पार कर गुलाम कश्मीर की सरहद में दाखिल हुए। इसके बाद यह लोग वहां पहले से खड़ी बस में बैठे और मुजफ्फराबाद के लिए रवाना हो गए।

इस तरफ से गुलाम कश्मीर गए 15 यात्रियों में चार राज्य के नागरिक थे, जो पार बसे अपने परिजनों से मिलने गए हैं जबकि 11 गुलाम कश्मीर के नागरिक थे जो अपने घरों में लौटे हैं।

इसी दौरान गुलाम कश्मीर की तरफ से 63 लोग राज्य में दाखिल हुए। इनमें 55 गुलाम कश्मीर के नागरिक थे जो इस तरफ बसे अपने परिजनों से मिलने आए हैं, जबकि आठ राज्य के नागरिक हैं जो पिछले दिनों एलओसी पार अपने रिश्तेदारों से मिलने गए थे। 


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