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जम्मू से लेकर गए सब्जी-कश्मीर से लाए चरस; कानाचक्क पुलिस ने चरस के साथ दो को गिरफ्तार किया

वहीं एक अन्य घटना में छन्नी हिम्मत पुलिस के हत्थे चढ़े वाहन चोर गिरोह के सदस्यों ने पूछताछ में बताया कि वे चोरी के जेवरातों को ठिकाने लगाने के लिए उससे मादक पदार्थ खरीद लेते थे।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Fri, 06 Dec 2019 02:11 PM (IST)Updated: Fri, 06 Dec 2019 02:11 PM (IST)
जम्मू से लेकर गए सब्जी-कश्मीर से लाए चरस; कानाचक्क पुलिस ने चरस के साथ दो को गिरफ्तार किया
जम्मू से लेकर गए सब्जी-कश्मीर से लाए चरस; कानाचक्क पुलिस ने चरस के साथ दो को गिरफ्तार किया

जम्मू, जागरण संवाददाता। कानाचक्क पुलिस ने चरस के साथ अखनूर के अंबारा में रहने वाले दो युवकों को गिरफ्तार किया है। एसएचओ कानाचक्क रवि सिंह परिहार ने बताया कि दो युवक जम्मू से टाटा मोबाइल गाड़ी में सब्जी लेकर कश्मीर घाटी गए थे। वहां से लौटते समय चरस की खेप को अपने साथ लेकर आए। आरोपितों से बरामद चरस को जांच के लिए फोरेंसिक सांइस लेबोरेटरी में भेज दिया गया है। उनकी पहचान मोहम्मद ताहिर और विनोद कुमार के रूप में हुई।

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जम्मू पुंछ राष्ट्रीय राजमार्ग के गजनसू इलाके में पुलिस ने नाका लगाया था। इस दौरान वहां से गुजर रही टाटा मोबाइल गाड़ी को पुलिस ने जांच के लिए रोका। वाहन की तलाशी ली तो उसके अंदर चरस की खेप बरामद हुई। दोनों युवकों को तुरंत हिरासत में ले लिया गया। जब्त चरस का वजन एक किलो सौ ग्राम निकला। पकड़े गए दोनों युवकों से जानकारी हासिल की जा रही है कि इससे पूर्व वे नशे की खेप को कितनी बार लेकर कश्मीर से जम्मू ला चुके हैं। क्षसे पहले भी कश्मीर से मादक पदार्थ लाए जाने की कई वारदात हो चुकी हैं। पुलिस ने कई लोगों को गिरफ्तार कर मामले में तफ्तीश कर रही है।

चाेर गिरोह ने किया खुलासा चोरी के जेवरात से खरीदते थे मादक पदार्थ

छन्नी हिम्मत में पुलिस के हत्थे चढ़े वाहन चोर गिरोह के सदस्यों की पूछताछ के दौरान खुलासा हुआ है कि वे चोरी के जेवरातों को ठिकाने लगाने के लिए जेवरातों के बदले मादक पदार्थ खरीद लेते थे और बाद में मादक पदार्थ को बेच कर नकदी कमा लेते थे। मामले की जांच कर रही पुलिस टीम को चोरों ने बताया कि उन्हें घरों से चुराए हुए सोने के जेवरात बेचने में परेशानी आ रही थी। चूंकि चोरी के सभी आरोपित बाहरी राज्य के है और उसने पुलिस के भय के चलते कोई भी सोने के जेवरात नहीं खरीद रहा था। इस दौरान उन्होंने कुछ मादक तस्करों से संपर्क किया। चोरों ने मादक तस्करों से यह समझौता किया कि नशे की खेप को खरीदने के एवज में वह उन्हें नकदी की बजाए जेवरात देंगे। ऐसे करने से वे चोरी के जेवरात को ठिकाने भी लगा सकेंगे और उसके एवज में मिलने वाली मादक पदार्थ को बेच कर धनराशी जुटा लेंगे। चोरी के तरीकाकार से पुलिस भी हैरान है। पुलिस अब इन प्रवासी श्रमिक चोर गिरोह के सदस्यों के खुलासे से उन्हें नशे की खेप बेचने वाले आरोपितों की धर पकड़ कर रही है। काबिलेगौर है कि पुलिस ने बिहार के रहने वाले दो प्रवासी श्रमिकों के खुलासे से तीस से चालीस किलो सोने के जेवरात बरामद किए थे। आरोपितों ने चोरी के जेवरात को भूमि के अंदर गाढ़ कर रखा हुआ था। आरोपित सड़क मार्ग से जाने की बजाए छन्नी हिम्मत में बने नाले से होकर जाते थे।

एसटीबी लगाने के दौरान घर की करते थे रैकी

छन्नी हिम्मत में पकड़े गए चोर गिरोह के सदस्य घरों में निजी कंपनियों के सेट टाप बाक्स (एसटीबी) लगाने के लिए जाते थे। इस दौरान वह यह देख लेते थे घर में कितने लोग रहते है। घर के भीतर प्रवेश करने के लिए कितने द्वार है। कहा से वे घर में घुस सकते है और कहा से बाहर आ सकते है। समय देख कर वे घर में घुस जाते थे और वहां वारदात को अंजाम देकर फरार हो जाते थे।


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