Justice Bindal बने जम्मू-कश्मीर के कार्यवाहक Chief Justice
जम्मू-कश्मीर हाईकोर्ट के सबसे वरिष्ठ जस्टिस राजेश बिंदल को अगले आदेश तक प्रदेश का कार्यवाहक चीफ जस्टिस नियुक्त किया गया है। यह नियुक्ति नौ दिसंबर 2020 से प्रभावी होगी जिस दिन से प्रदेश की मौजूदा चीफ जस्टिस गीता मित्तल सेवानिवृत्त हो रही है।
जम्मू, जागरण संवाददाता । जम्मू-कश्मीर हाईकोर्ट के सबसे वरिष्ठ जस्टिस राजेश बिंदल को अगले आदेश तक प्रदेश का कार्यवाहक चीफ जस्टिस नियुक्त किया गया है। यह नियुक्ति नौ दिसंबर 2020 से प्रभावी होगी, जिस दिन से प्रदेश की मौजूदा चीफ जस्टिस गीता मित्तल सेवानिवृत्त हो रही है। मंगलवार को केंद्रीय विधि व न्याय मंत्रालय की ओर से इस संदर्भ में अधिसूचना जारी की गई। गीता मित्तल जम्मू-कश्मीर की पहली महिला चीफ जस्टिस थी। तीन अगस्त 2018 को उनकी नियुक्ति हुई थी और 11 अगस्त 2018 को उन्हाेंने शपथ ग्रहण करते हुए अपनी जिम्मेदारी संभाली। वह बुधवार को सेवानिवृत्त हो रही है।
जस्टिस राजेश बिंदल इस समय जम्मू-कश्मीर व लद्दाख के संयुक्त हाईकोर्ट के सबसे वरिष्ठ जस्टिस है। 16 अप्रैल 1961 को अंबाला में जन्म लेने वाले राजेश बिंदल ने 1985 में कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी से एलएलबी की डिग्री की और उसी साल प्रेक्टिस शुरू की। 22 मार्च 2006 को वह पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट के जज बने और 19 नवंबर 2018 को उनका जम्मू-कश्मीर में तबादला हुआ। जम्मू-कश्मीर में तबादला होने से पूर्व वह पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट में 80 हजार से अधिक केसों का निपटारा कर चुके थे।
वह मौजूदा समय में जेएंडके स्टेट लीगल सर्विस अथारिटी के चेयरमैन भी है। इसके अलावा जस्टिस बिंदल हाईकोर्ट की वित्तीय कमेटी, प्रदेश न्यायालय प्रबंधन प्रणाली कमेटी के भी चेयरमैन है। जस्टिस बिंदल जम्मू-कश्मीर की उस कमेटी के भी सदस्य है, जिस पर अध्यात्म के माध्यम से न्यायपालिका से जुड़े लोगों की कार्यक्षमता बढ़ाने के प्रयास करने की जिम्मेदारी है। जस्टिस बिंदल के मार्ग दर्शन में ही जेएंडके स्टेट लीगल सर्विस अथारिटी की ओर से समाज के निम्न वर्ग के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं भी चलाई जा रही है।