रजवाल की बेटी जज
संवाद सहयोगी, ज्यौड़ियां : सीमावर्ती क्षेत्र ज्यौड़ियां के छोटे से गांव रजवाल की बेटी मीर बंगो
संवाद सहयोगी, ज्यौड़ियां : सीमावर्ती क्षेत्र ज्यौड़ियां के छोटे से गांव रजवाल की बेटी मीर बंगोत्रा ने जम्मू कश्मीर लोक सेवा आयोग द्वार आयोजित न्यायिक सेवाएं के घोषित परिणामों में बेहतर प्रदर्शन कर माता-पिता व राज्य का नाम रोशन कर महिला सशक्तिकरण की दिशा में कदम बढ़ाया है। इस प्रतिष्ठित पेपर को पास करने के बाद बंगोत्रा का नाम जजों की सूची में शामिल हो गया है। मीर बंगोत्रा के पिता महेंद्र पाल बिजली विभाग से सेवानिवृत्त हैं। उन्होंने बताया कि मीर जब छोटी थी तभी से उसे पढ़ाई के काफी लगन थी। दसवीं की परीक्षा निर्मला कॉन्वेंट हाई स्कूल से पास करके बारहवीं हायर सैकेंडरी स्कूल अखनूर से पास की। जम्मू यूनिवर्सिटी से 2011 में लॉ की परीक्षा पास करके मीर बंगोत्रा ने बाबा भीमराव अंबेदकर सेंट्रल यूनिवर्सिटी लखनऊ के एलएलएम मानव अधिकार विभाग से गोल्ड मैडेलिस्ट का तमगा हासिल किया।
मीर बंगोत्रा का कहना है कि उसे पढ़ने का शौक था और वह करीब सात घंटे पढ़ाई के अलावा अखबार और मेग्जीन भी पढ़ती थी। उसने शुरू से ही चाहा कि वह जज बने ताकि समाज में पनप रही बुराइयों को दूर कर सके। समाज में लोगों को न्याय नहीं मिल पा रहा है और लोग भी न्याय के लिए दरबदर हो रहे हैं। मेरी कोशिश होगी कि मैं जल्द से जल्द लोगों को न्याय दिला सकूं। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने पिता, अपने गुरु को दिया। उन्होंने कहा कि अब गांवों में भी लोग शिक्षा के प्रति जागरूक हो रहे हैं और अधिकाधिक लड़कियां अब सेना के अलावा कई क्षेत्रों में अपनी किस्मत आजमा रही हैं। उन्होंने राज्य की लड़कियों को संदेश दिया कि अगर लगन मेहनत का जज्ब हो तो सफलता आपके कदम चूमेगी।