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अलगाववादियों के आहृान पर बंद रही कश्मीर घाटी

ज्वायंट रजिस्टेंस लीडरशिप ने 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के मौके पर कश्मीर में बंद का आहवान करते हुए लोगों से गणतंत्र दिवस समारोह का बहिष्कार कर यौम-ए-स्याह मनाने का आहवान किया था।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Sat, 26 Jan 2019 05:01 PM (IST)Updated: Sat, 26 Jan 2019 05:01 PM (IST)
अलगाववादियों के आहृान पर बंद रही कश्मीर घाटी
अलगाववादियों के आहृान पर बंद रही कश्मीर घाटी

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। कश्मीर घाटी में शनिवार को अलगाववादियों के बंद और किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए किए गए सुरक्षा प्रबंधों से सामान्य जनजीवन पूरी तरह ठप होकर रह गया। प्रशासन ने एहतियातन दोपहर तक मोबाईल इंटरनेट सेवाओं को बंद रखा। बनिहाल-श्रीनगर-बारामुला रेल सेवा को भी अगले आदेश तक बंद रखा गया है। मीरवाईज मौलवी उमर फारुक, कट्टरपंथी सईद अली शाह गिलानी, पीपुल्स पोलिटीकल पार्टी के चेयरमैन हिलाल अहमद वार और जफर फतेह समेत सभी प्रमुख अलगाववादियों को उनके घरों में नजरबंद रखा गया।

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आज सुबह से ही जवाहर सुरंग से लेकर उत्तरी कश्मीर में एलओसी के साथ सटे कुपवाड़ा तक सभी दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे। सड़कों पर वाहनों की आवाजाही भी दोपहर तक पूरी तरह ठप रही और दोपहर बाद ही कहीं कहीं निजी वाहन नजर आए। सार्वजनिक वाहन शाम तक सड़कों से नदारद रहे। सभी शिक्षण संस्थान भी बंद रहे। सरकारी कार्यालय वअन्य सरकारी संस्थान गणतंत्र दिवस के मौके पर अवकाश के चलते बंद रहे।

यहां यह बताना असंगत नहीं होगा कि अाल पार्टी हुर्रियत कांफ्रेंस समेत कश्मीर के विभिन्न अलगाववादी संगठनों के साझा मंच ज्वायंट रजिस्टेंस लीडरशिप जेआरएल ने 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के मौके पर कश्मीर में बंद का आहवान करते हुए लोगों से गणतंत्र दिवस समारोह का बहिष्कार कर यौम-ए-स्याह मनाने का आहवान किया था। इसके साथ ही अलगाववादी खेमे ने रैली भी निकालने की योजना बनाई थी।

अलगाववादियों के बंद के आहृान और इस दौरान किसी भी अप्रिय घटना की आशंका को देखते हुए प्रशासन ने भी सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए हुए थे। सभी संवेदनशील इलाकों में पुलिस व अर्धसैनिकबलों की तैनाती बढ़ाई गई थी। कई इलाकोंमें कुछ रास्तों को बंद रखा गया था। अलगाववादियों की राष्ट्रिविरोधी रैली को नाकाम बनाने केलिए जेकेएलएफ चेयरमैन मोहम्मद यासीन मलिक को पुलिस ने गत रोज ही हिरासत मे ले लिया था। अलबत्ता, मीरवाईज मौलवीउमर फारुक,जफर अकबर फतेह,सईद अली शाह गिलानी, मोहम्मद अशरफ सहराई, प्रो अबदुल गनी बट, जावेद मीर समेत अन्य सभी प्रमुख नेताओंको उनके घरों में ही नजरंबंद रखा गया।

इसके अलावा प्रशासन ने अफवाहों पर काबू पाने व कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए मोबाईल इंटरनेट सेवाओं को भी दोपहर 12बजे तक पूरी वादी में बंद रखा। बनिहाल-श्रीनगर-बारामुला रेल सेवा को भीअगले आदेश तक बंद रखा गया है। यहां यह बताना असंगत नहीं होगा कि वर्ष 2005 में बख्शी स्टेडियम के बाहर हुएएक आईईडी धमाके के बाद कश्मीर में गणतंत्र दिवस हो या स्वतंत्रता दिवस समाराेह या फिर किसी अन्य महत्वपूण अतिविशिष्ट व्यक्ति का दौरा, मोबाईल इंटरनेट सेवाएं कुछ समय के लिए बंद किया जाना एक सामान्य प्रक्रिया है। 


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