Jammu Municipal Corporation: डेयरी मालिकों के साथ निगम आयुक्त ने की बैठक, पर्यावरण प्रबंधन बारे किया जागरूक
उन्हाेंने गोबर से गैस व देसी खाद तैयार करने बारे जागरूक किया। उन्होंने बताया कि अब कई तकनीकें आ चुकी है जिससे डेयरी से निकलने वाले कचरे का निस्तारण किया जा सकता। डेयरी से निकलने वाला गंदा पानी नालियों से नदी नालों तक पहुंचता है जिससे जल प्रदूषित होता है।
जम्मू, जागरण संवाददाता । जम्मू नगर निगम की आयुक्त अवनी लवासा ने डेयरी मालिकों व गौशाला के संचालकों के साथ बैठक कर उन्हें पर्यावण प्रबंधन बारे जागरूक किया। रानी तालाब डिग्याना में आयोजित इस बैठक में निगम के मेडिकल वेटनरी आफिसर डा. सुशील कुमार शर्मा भी मौजूद थे जबकि बैठक में पचास से ज्यादा डेयरी मालिकों व गौशाला संचालकों ने भाग लिया।
इस मौके पर निगम आयुक्त अवनी लवासा ने अपने संबोधन में डेयरी मालिकों को डेयरियों से निकलने वाले कचरे के प्रबंधन बारे भी जानकारी दी। उन्हाेंने गोबर से गैस व देसी खाद तैयार करने बारे जागरूक किया। उन्होंने बताया कि अब कई तकनीकें आ चुकी है जिससे डेयरी से निकलने वाले कचरे का निस्तारण किया जा सकता। उन्होंने कहा कि डेयरी से निकलने वाला गंदा पानी नालियों से नदी, नालों तक पहुंचता है जिससे जल प्रदूषित होता है। इसलिए जरूरी है कि उसका सही से निस्तारण किया जाए। वहीं वेटनरी अाफिसर ने बताया कि शहर में छह सौ डेयरी यूनिट व पांच गाैशाला चल रही हैं।
जल्द ही निगम डेयरियों के आनलाइन पंजीकरण शुरू करेगा
उन्होंने बताया कि जल्द ही निगम डेयरियों के आनलाइन पंजीकरण शुरू करेगा और उन्हें लाइसेंस जारी करेगा। वहीं निगम आयुक्त ने डेयरी मालिकों से अपील कि वे प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के दिशा निर्देशों का पालन करें। इससे हमारा शहर भी साफ रहेगा और डेयरियों व गौशालाओं में मवेशी भी सही रहेंगे। उन्होंने कहा कि जम्मू शहर स्मार्ट सिटी की ओर बढ़ रहा है। अगर किसी डेयरी यूनिट ने नियमों का पालन नही किया तो उसे शहर में चलने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने डेयरी मालिकों से निगम का सहयोग करने की अपील भी की।