J&K: कश्मीर के खिलाड़ियों से संपर्क न हो पाने से इस बार विजी ट्राफी में नहीं खेल पाएगी जेकेसीए
कश्मीर में पांच अगस्त से मोबाइल और इंटरनेट सेवा पूरी तरह से बंद है। इसी वजह से खिलाड़ियों से संपर्क नहीं हो पा रहा है।
जम्मू, जागरण संवाददाता। जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन (जेकेसीए) की टीम इस बार आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में 22 अगस्त से शुरू होने वाली विजी ट्रॉफी क्रिकेट प्रतियोगिता में भाग नहीं ले सकेगी। जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने के बाद कश्मीर घाटी में मोबाइल और इंटरनेट सेवा पूरी तरह से बंद है। इसकी वजह से कश्मीर घाटी से चयनित 10 खिलाड़ी जेकेसीए के पदाधिकारियों के संपर्क में नहीं हैं। हालांकि, जेकेसीए की ओर से राज्यपाल सत्यपाल मलिक को गत सप्ताह इस पूरे मामले से अवगत भी करवाया गया था। उनसे खिलाड़ियों से संपर्क करने के लिए मदद भी मांगी गई थी। बावजूद इसके खिलाड़ियों से बात न हो पाने के कारण जेकेसीए ने विजी ट्रॉफी में जम्मू-कश्मीर की टीम को नहीं भेजने का फैसला लिया है।
जेकेसीए के सीईओ आशिक बुखारी का कहना है कि विजी ट्रॉफी के लिए राज्य की 15 सदस्यीय टीम का चयन श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर स्टेडियम में गत महीने ट्रायल मुकाबलों के आधार पर तय कर लिया गया था। जम्मू से पांच खिलाडिय़ों और कश्मीर से 10 खिलाड़ियों का चयन किया गया। चूंकि जेकेसीए के कार्यालय में सभी खिलाड़ियों ने मोबाइल नंबर ही दर्ज करवाए गए हैं। किसी ने भी लैंडलाइन नंबर मुहैया नहीं करवाया है। कश्मीर में पांच अगस्त से मोबाइल और इंटरनेट सेवा पूरी तरह से बंद है। इसी वजह से खिलाड़ियों से संपर्क नहीं हो पा रहा है।
तय समय के मुताबिक टीम ने आज होना था रवाना
टीम को तयशुदा समय के अनुसार 20 अगस्त को विशाखापट्टनम के लिए रवाना करना था लेकिन अभी तक ना तो टीम के कप्तान परवेज रसूल का पता है और ना ही टीम के अन्य साथियों का। अब ऐसे में टीम को भेजना संभव नहीं है। जेकेसीए द्वारा गत महीने आंध्र प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा आयोजित की जाने वाली विजी ट्रॉफी क्रिकेट प्रतियोगिता के लिए एंट्री भी करवा ली गई थी लेकिन मौजूदा परिस्थिति के समक्ष सभी बेबस हैं।
प्रतियोगिता में भाग लेने से खिलाड़ी मायूस
मालूम हो कि पांच अगस्त को जेकेसीए के मेंटर इरफान पठान और अन्य स्पोर्टिग स्टाफ को जम्मू-कश्मीर में बने मौजूदा हालात के मद्देनजर बड़ौदा भेज दिया गया था। इस संबंध में जम्मू से चयनित खिलाड़ियों का कहना है कि उन्हें विजी प्रतियोगिता में नहीं खेल पाने का मलाल है। चूंकि 24 सितंबर से विजय हजारे ट्रॉफी के मुकाबले शुरू हो रहे हैं। इससे पहले इन मुकाबलों को खिलाड़ी वार्म अप मुकाबलों के रूप में देखकर अपनी खामियों को दूर कर सकते हैं लेकिन अब ऐसा संभव नहीं है।
उम्मीद है कि इसका असर आगामी सत्र पर नहीं पड़ेगा: पठान
वहीं इस मामले में इरफान पठान ने कहा कि उम्मीद करते हैं कि इसका आगामी सत्र पर असर नहीं पड़ेगा। मेरी बीसीसीआइ से बात हुई और वे कोई भी मदद करने को तैयार हैं। वे कोई भी फैसला करने में मदद करेंगे। संभव है कि शायद चीजें सामान्य होंगी और हमें कहीं और नहीं जाना पड़ेगा। पठान ने कहा कि हम (जम्मू-कश्मीर टीम) विज्जी ट्रॉफी के लिए नहीं जा रहे। जमीनी हकीकत यह है कि हम तैयारी के लिए लड़कों को टूर्नामेंट में खेलने के लिए भेजना चाहते थे (लेकिन ऐसा नहीं हो पाया)। भारतीय टीम से बाहर चल रहे इस ऑलराउंडर ने बताया कि टीम ने आगामी सत्र के लिए तैयारी शुरू कर दी थी। घाटी में मजूदा हालात के कारण योजना बाधित हो गई।