जेकेसीए घोटाले की जांच एनआइए को सौंपी जाए
जागरण संवाददाता, जम्मू : जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एकेडमी (जेकेसीए) में करोड़ों रुपये के बहुचचि
जागरण संवाददाता, जम्मू : जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एकेडमी (जेकेसीए) में करोड़ों रुपये के बहुचर्चित घोटाले में नौ वर्षो की सीबीआइ जांच पर असंतोष जताते हुए भारतीय जनता पार्टी ने इस मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) को सौंपने की मांग की है।
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता ब्रिगेडियर अनिल गुप्ता ने कहा कि हाईकोर्ट ने पिछले दिनों सीबीआइ की अब तक की जांच पर असंतोष प्रकट करते हुए छह महीने में इस घोटाले की जांच को निर्णायक मोड़ तक पहुंचाने के निर्देश दिए। ब्रिगेडियर ने कहा कि इस घोटाले में राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेशनल कांफ्रेंस प्रधान डॉ. फारूक अब्दुल्ला का भी नाम है। हाईकोर्ट को पुलिस की जांच पर विश्वास नहीं था, लिहाजा सीबीआइ को जांच सौंपी गई।
ब्रिगेडियर ने कहा है कि आरोपियों ने जेकेसीए को पैसे कमाने का एक जरिया बना लिया और कई फर्जी खाते खोल कर करोड़ों रुपये का घोटाला किया। ब्रिगेडियर ने आरोप लगाया कि क्या पता इस पैसे का इस्तेमाल राज्य में आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए किया गया हो? इससे इन्कार नहीं किया जा सकता क्योंकि फारूक अब्दुल्ला के पहले जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) से भी संबंध रहे हैं। फारूक के पाक समर्थित बयान उनकी शख्सियत को संदिग्ध बनाते हैं।
ब्रिगेडियर ने कहा कि हाईकोर्ट ने सीबीआइ को अंतिम मोहलत देते हुए तीन सप्ताह के भीतर स्टेटस रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया, लेकिन उनकी राय में मामले की जांच एनआइए को सौंपी जानी चाहिए, जिसने आतंकवाद फंडिंग के नेटवर्क को ध्वस्त किया है।