हंगामे के बाद फंसे 707 यात्रियों को वायुसेना ने श्रीनगर पहुंचाया
जागरण संवाददाता, जम्मू : जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग छह दिन से बंद रहने से जम्मू के फंसे य
जागरण संवाददाता, जम्मू :
जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग छह दिन से बंद रहने से जम्मू के फंसे यात्रियों के हंगामे के बाद सोमवार शाम मुख्य बस स्टैंड और अकाफ होस्टल में ठहरे 707 यात्रियों को वायुसेना के सी-17 विमान से श्रीनगर पहुंचा दिया गया। सैकड़ों और यात्री भी जम्मू एयरपोर्ट पहुंच गए थे, लेकिन उन सभी को ले जाना संभव नहीं हो पाया।
सोमवार शाम वायुसेना के प्लेन सी-17 ने श्रीनगर के लिए दो उड़ानें भरी। इसमें महिलाओं, बच्चों और बुर्जुर्गो को प्राथमिकता दी गई। देर शाम फंसे अन्य यात्रियों को जब पता चला कि एयरफोर्स उन्हें श्रीनगर ले जाने को तैयार है, तो वे भी एयरपोर्ट पहुंच गए। जम्मू के डिप्टी कमिश्नर रमेश कुमार ने कहा कि 707 यात्रियों को श्रीनगर भेजा गया है। बता दें कि गत शुक्रवार और शनिवार को भी वायुसेना ने श्रीनगर में फंसे पर्यटकों, छात्रों व स्थानीय लोगों को जम्मू पहुंचाया था।
लगातार हो रहा भूस्खलन, नहीं खुला हाईवे :
जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर रामबन के पास लगातार हो रहे भूस्खलन से सोमवार को छठे दिन भी यातायात बहाल नहीं हो सका। इससे सैकड़ों यात्री जम्मू मुख्य बस स्टैंड और अकाफ के मुफ्ती मेमोरियल हॉस्टल में फंसे हुए हैं। संबंधित अधिकारियों के अनुसार, रामबन में मार्ग के प्रभावित हिस्से को ठीक करने की कोशिशें युद्धस्तर पर जारी हैं, लेकिन बार-बार पहाड़ से मलबा सड़क पर आ जाने से दिक्कत पेश आ रही हैं। इस बीच, डिवकॉम जम्मू संजीव वर्मा व पुलिस महानिरीक्षक जम्मू एमके ¨सहा ने आइजीपी ट्रैफिक आलोक कुमार के साथ रामबन के विभिन्न बर्फ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण और हाईवे का दौरा भी किया। उन्होंने नाशरी से बनिहाल तक हाईवे खोलने के लिए मजदूरों और मशीनरी को बढ़ाने का निर्देश दिया। उन्होंने विशेष रूप से मरोग, अनोखी फाल, बैटरी चश्मा, डिगडोल और अन्य स्थानों पर सड़क की मरम्मत के कार्य में तेजी लाने को कहा। इन क्षेत्रों में सड़क बह गई है। वहीं हाईवे पर माल से लदे सैकड़ों ट्रक फंसे हुए हैं। इससे कश्मीर में आवश्यक वस्तुओं विशेषकर खाद्य वस्तुओं की किल्लत भी पैदा होने लगी है।
कश्मीर में आज फिर बर्फबारी व जम्मू में बारिश की संभावना :
हाईवे छह दिन से बंद है, ऐसे में परेशानी इस बात की है कि मौसम विभाग ने भी पश्चिमी विक्षोभ के असर के कारण राज्य में 12 फरवरी से फिर मौसम बिगड़ने की आशंका जताई है। मंगलवार को कश्मीर और जम्मू संभाग के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी और मैदानी इलाकों में बारिश हो सकती है। मौसम विभाग के निदेशक सोनम लोटस ने कहा कि विक्षोभ का प्रभाव 13 से 15 फरवरी तक ज्यादा रहेगा। हालांकि बर्फबारी की तीव्रता वादी में हालिया भारी बफर्बारी की तुलना में कम रहेगी। मौसम व हाईवे की स्थित को देखकर अगले दो दिन और रास्ता खुलने की संभावना नहीं दिख रही है। धूप से मिली रहात :
जम्मू व श्रीनगर में सोमवार को मौसम शुष्क रहा। दोनों जगह धूप खिली रही। तापमान में थोड़ी सी बेहतरी आने से शीतलहर का प्रकोप भी थोड़ा कम हुआ है। श्रीनगर में अधिकतम तापमान 8.7 डिग्री व न्यूनतम तापमान -0.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गाय। पहलगाम में न्यूनतम तापमान -2.6 व गुलमर्ग -7.0 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। जम्मू में अधिकतम तापमान 21.5 व न्यूनतम 9.5 डिग्री रहा।