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पुंछ में नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ नाकाम, दो आतंकी ढेर, आतंकियों की तलाश में ड्रोन

पिछले कुछ दिनों से सीमांत क्षेत्रों में संदिग्ध गतिविधियों की काफी रिपोर्ट खुफिया एजेंसी के साथ पुलिस के पास भी आ रही हैं।

By Preeti jhaEdited By: Published: Thu, 15 Feb 2018 01:31 PM (IST)Updated: Thu, 15 Feb 2018 01:31 PM (IST)
पुंछ में नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ नाकाम, दो आतंकी ढेर, आतंकियों की तलाश में ड्रोन
पुंछ में नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ नाकाम, दो आतंकी ढेर, आतंकियों की तलाश में ड्रोन

श्रीनगर,जागरण संवाददाता। सेना ने पुंछ में घुसपैठ की साजिश को नाकाम किया है, घुसपैठ का प्रयास कर रहे आतंकियों के कारण खोजी ऑपरेशन चलया जा रहा है। सीमा पर पाकिस्तान की नापाक हरकतें जारी हैं। पुंछ जिले के बालाकोट सेक्टर से बीती रात आतंकियों के दल ने भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ का प्रयास किया, जिसे सेना ने नाकाम बनाते हुए दो घुसपैठियों को ढेर कर दिया। कई घुसपैठिये घायल भी हैं, जो वापस भाग गए।

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भारतीय सेना से मुंह की खाने के बाद पाकिस्तान ने बुधवार शाम को राजौरी में नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए गोलाबारी शुरू कर दी। भारत ने भी इसका करार जवाब दिया। देर शाम तक दोनों तरफ से गोलाबारी जारी रही।बालाकोट सेक्टर में मंगलवार रात पाक गोलाबारी की आड़ में पांच से छह आतंकियों का दल भारतीय क्षेत्र के करीब पहुंच गया। सीमा पर सतर्क जवानों ने जवाबी कार्रवाई की, जिसमें दो आतंकी मारे गए और कई घायल हो गए। आतंकियों के शव सीमा पार ही पड़े हुए हैं और जख्मी घुसपैठिये वापस भाग गए।

बुधवार शाम पाकिस्तान ने एकाएक उप जिला नौशहरा के झंगड़, लाम, कलाल, कलसियां सेक्टर में भारी गोलाबारी शुरू कर दी है। पाक सेना ने रिहायशी क्षेत्रों के साथ सैन्य चौकियों को निशाना बनाया। सूत्रों के अनुसार, पाक सेना इस तरफ से भी आतंकियों को भारतीय क्षेत्र में दाखिल करवाने का प्रयास कर रही थी।पिछले कुछ दिनों से सीमांत क्षेत्रों में संदिग्ध गतिविधियों की काफी रिपोर्ट खुफिया एजेंसी के साथ पुलिस के पास भी आ रही हैं। कुछ दिन पहले केरी सेक्टर से लेकर पुल्लियां क्षेत्र तक कुछ संदिग्ध देखे गए, जिसके बाद पुलिस ने बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान भी चलाया। एसएसपी राजौरी जुगल मन्हास ने कहा कि कुछ दिनों से सीमांत क्षेत्रों में संदिग्धों की रिपोर्ट आ रही है। इसके आधार पर तलाशी अभियान भी चलाए जा रहे हैं।

दक्षिण कश्मीर के चार गांवों में सुरक्षाबलों ने कासो चलाया- हिंसक भीड़ को खदेड़ने के लिए हवा में गोली भी चलानी पड़ी, सुरक्षाबलों ने बुधवार को आतंकरोधी अभियान को जारी रखते हुए दक्षिण कश्मीर के चार गांवों में घेराबंदी एवं तलाशी अभियान (कासो) चलाया। सुरक्षाबलों ने ड्रोन की मदद ली। करीमाबाद में आतंकी समर्थक हिंसक भीड़ को खदेड़ने के लिए उन्हें हवा में गोली भी चलानी पड़ी।

मिली जानकारी के अनुसार, दक्षिण कश्मीर में जिला पुलवामा के करीमाबाद, गुलजारपोरा, जिला अनंतनाग के सोफशाली और जिला शोपियां के कीगाम में आतंकियों के छिने होने की सूचना पर कासो चलाए। सिर्फ करीमाबाद और सोफशाली में ही हिंसा हुई। सूत्रों ने बताया कि करीमाबाद में जैसे ही सुरक्षाबल पहुंचे वहां आतंकी समर्थकों की भीड़ ने पथराव शुरू कर दिया। जवानों ने संयम बनाए रखते हुए पथराव कर रही भीड़ को कई बार चेतावनी दी। पथराव की तीव्रता बड़ते देख जवानों ने भीड़ को खदेड़ने के लिए हवा में गोली चलाई। इसके बाद ही वहां स्थिति काबू में आई। गुलजारपोरा में दो आतंकियों को देखे जाने की सूचना मिलते ही सुरक्षाबल पहुंचे। उन्होंने पूरे इलाके की घेराबंदी करते हुए आतंकियों के संदिग्ध ठिकानों को लगभग तीन घंटे तक खंगाला।

इसी दौरान सुरक्षाबलों के एक अन्य दल ने जिला शोपियां के कीगाम में लश्कर कमांडर जीनत व उसके साथियों के छिपे होने की सूचना पर तलाशी ली। सुरक्षाबलों को वहां से खाली हाथ लौटना पड़ा,क्योंकि घेराबंदी होने से पहले ही आतंकी वहां से कथित तौर पर निकल भागे थे। अनंतनाग जिले के सोफशाली इलाके में आतंकी बिलाल और अशरफ के अपने किसी संपर्क सूत्र के पास आने की सूचना पर सुरक्षाबलों ने घेराबंदी कर तलाशी शुरू की। सुरक्षाबलों ने सोफशाली के बाहरी इलाके में स्थित खेतों और बागों पर ड्रोन भी उड़ाया। आतंकी समर्थक युवकों की भीड़ ने कासो को नुक्सान पहुंचाने के लिए नारेबाजी करते हुए पथराव भी किया। जवानों ने जल्द स्थिति पर काबू पा लिया।

दोमाना से भागे दो संदिग्ध युवक कानाचक्क में दिखे- दोमाना में सैन्य शिविर पर गोलीबारी के बाद भागे दो आतंकियों को भारत-पाक से सटी अंतरराष्ट्रीय सीमा के नजदीक कानाचक्क सेक्टर में देखा गया। सेना की वर्दी पहने दो संदिग्ध युवकों को गांव कांटावाला में रहने वाली एक महिला ने देखने का दावा किया। महिला की जानकारी के बाद कानाचक्क पुलिस, आतंकवाद विरोधी दस्ते स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप और सेना की 15 जम्मू-कश्मीर लाइट इंफेंटरी के जवानों ने तलाशी अभियान चलाया। हालांकि सुरक्षाबलों को कोई सुराग नहीं मिला।सुरक्षाबलों ने अंधेरा होते देख अभियान को रोक दिया।

वीरवार सुबह फिर अभियान चलाया जाएगा। पंजाब के मुकेरियां में रहने वाली 36 वर्षीय महिला कंचन बाला अपने मायके कानाचक्क आई हुई थी। महिला के अनुसार, बुधवार सुबह तड़के वह अपने घर के आंगन में खड़ी थी कि खेत में सेना की वर्दी पहने दो युवकों को खड़ा देखा। महिला को देख दोनों युवक दौड़ने लगे। महिला का कहना है कि अंधेरे में वह यह नहीं देख पाई कि संदिग्ध व्यक्तियों ने हथियार पकड़े हुए थे या नहीं। महिला ने अपने परिजनों को सूचित किया। बाद में कानाचक्क पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने इसके बाद सेना को भी संदिग्ध लोगों के बारे में सूचित किया। बुलेटप्रूफ जैकेट व हेलमेट पहने जवानों ने तुरंत मोर्चा संभाल लिया और खेतों व रिहायशी इलाकों में तलाशी अभियान शुरू कर दिया। एसएचओ कानाचक्क नीरज चौधरी के अनुसार, सुरक्षाबलों ने अभियान चलाया, लेकिन उन्हें कोई संदिग्ध नजर नहीं आया।


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