महबूबा मुफ्ती के साथ एकसुर में बोले उमर
राज्य ब्यूरो, जम्मू : एक दूसरे की परस्पर विरोधी राजनीतिक पार्टियां नेशनल कांफ्रेंस व पीपुल्स
राज्य ब्यूरो, जम्मू : एक दूसरे की परस्पर विरोधी राजनीतिक पार्टियां नेशनल कांफ्रेंस व पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टियां बुधवार को विधानसभा भंग होते ही एक सुर में बोलने लगीं। नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने पीडीपी की प्रधान महबूबा मुफ्ती को आगे की लड़ाई के लिए गुडलक भी कहा।
बुधवार को इन दोनों राजनीतिक पार्टियों ने भाजपा को सत्ता से दूर रखने के लिए मिलकर सरकार बनाने की तैयारी कर साबित कर दिया था राजनीति में कुछ भी असंभव नहीं है। यह पहली बार था जब उमर खुलकर महबूबा मुफ्ती के समर्थन में आए और उन्होंने सरकार बनाने का दावा पेश करने के चंद मिनटों में विधानसभा को भंग किए जाने का विरोध किया। उमर का ट्वीट :
- राजभवन को एक नए फैक्स की बड़ी जरूरत है। नेशनल कांफ्रेंस पिछले पांच महीनों से विधानसभा भंग करने का मुद्दा उठाती आ रही थी। यह कैसा संयोग है कि महबूबा मुफ्ती साहिबा के सरकार बनाने के लिए राजभवन को पत्र भेजने के चंद मिनट में ही विधानसभा भंग करने का आदेश आ गया। मुझे कभी ऐसा नहीं लगा कि कभी मैं महबूबा जी के साथ सहमत होकर उनका री-ट्वीट करूंगा। राजनीति सच में अजीब है। आगे की लड़ाई के लिए गुडलक। एक बार फिर लोगों की सूझबूझ काम आएगी। महबूबा का ट्वीट :
- मेरे 26 साल के राजनीतिक करियर में मुझे कभी नहीं लगा कि ऐसा दिन देखना पड़ सकता है। मैं असंभव प्रतीत होने वाले घटनाक्रम में अंबिका सोनी जी व उमर अब्दुल्ला द्वारा दिए गए सहयोग की सराहना करती हूं। पिछले पांच महीनों से अपनी राजनीतिक विचारधारा को छोड़ हम विधानसभा भंग करने का मुद्दा उठाते आए, ताकि खरीद फरोख्त न हो। हमारी इस मांग को लगातार नजरअंदाज किया गया। किसी ने सोचा भी नहीं होगा कि राज्य में ग्रैंड गठबंधन का विचार परवान चढ़ेगा और इस पर ऐसी प्रतिक्रिया होगी। राजभवन को सरकार बनाने के लिए पत्र फैक्स किया गया, जो नहीं मिला। राज्यपाल से टेलीफोन पर बात करना भी संभव नहीं हुआ। ऐसे में मेल पर पत्र भेजा गया। तकनीक के इस युग में राजभवन को फैक्स नहीं मिला। शासन राजभवन को एक फैक्स गिफ्ट करना चाहिए। या फिर ऐसी सूचना देने के लिए वाट्सएप की व्यवस्था होनी चाहिए।