भाजपा ने पूर्व विधायक गगन भगत को दिखाया बाहर का रास्ता, पार्टी से बाहर निकाला
अनुशासनहीनता के लिए भाजपा ने उन्हें पार्टी से बाहर निकाला तो उधर राज्यपाल के विधानसभा को भंग करने के खिलाफ दायर उनकी याचिका को उच्चतम न्यायालय ने रद कर दिया।
जम्मू, राज्य ब्यूरो। पार्टी विराेधी गतिविधियों में शामिल भाजपा के आरएसपुरा के पूर्व विधायक डा गगन भगत को सोमवार को दोहरा झटका लगा। इधर अनुशासनहीनता के लिए भाजपा ने उन्हें पार्टी से बाहर निकाला तो उधर राज्यपाल के विधानसभा को भंग करने के खिलाफ दायर उनकी याचिका को उच्चतम न्यायालय ने रद कर दिया।
भाजपा की अनुशासन समिति की सिफारिशों पर अमल करते हुए प्रदेश अध्यक्ष रविन्द्र रैना ने सोमवार को अनैतिकता, पार्टी विरोधी, जम्मू विरोधी गतिविधियों के लिए डा गगन भगत को तत्काल प्रभाव से भाजपा से बाहर निकाल दिया। अनुशासन समिति ने भगत के खिलाफ अपनी रिपोर्ट लगभग पांच महीने पहले 19 जुलाई 2018 को रविन्द्र रैना को सौंपी थी।
इसी बीच डा गगन भगत को पार्टी से बाहर निकालने का फैसला करते हुए प्रदेश अध्यक्ष रविन्द्र रैना ने स्पष्ट किया है कि अब उनका भाजपा से कोई लेना देना नही है। ऐसे में आरएसपुरा क्षेत्र में पार्टी कार्यकर्ता व लोग उनसे वह व्यवहार न करें जो उनके भाजपा के कार्यकर्ता के रूप में उनसे किया जाता था।
वहीं दूसरी ओर उच्चतम न्यायालय ने राज्यपाल सत्यपाल मलिक के विधानसभा को भंग करने के फैसले को चुनौती देने वाली डा गगन भगत की याचिका को तर्कहीन करार देकर रद कर दिया। चीफ जस्टिस रंजन गगोई व जस्टिस संजय कृष्ण कौल ने सोमवार को याचिका रद करते स्पष्ट किया कि राज्यपाल के फैसले में हस्तक्षेप नही हो सकता है। गगन भगत ने भाजपा के स्टैंड के खिलाफ याचिका दायर कर 21 नवंबर को विधानसभा भंग करने के फैसले को निरस्त करने की मांग की थी।
आपत्तिजनक फोटो वायरल होने से विवादों में घिरे थे
डा गगन भगत इस वर्ष जुलाई महीने में युवती के साथ आपत्तिजनक फोटो वायरल होने से विवादों में घिरे थे। उनकी पत्नी भी उनके खिलाफ भाजपा की अनुशासन कमेटी के सामने पेश हुई। भगत ने इसके बाद लगातार भाजपा को कड़े तेवर दिखाए। उन्होंने पार्टी के एजेंडे पर प्रहार करते हुए अनुच्छेद 35 ए का समर्थन कर कश्मीर केंद्रित पार्टियों की हां में हां मिलाई थी। उन्होंने कहा था कि भाजपा के लिए जम्मू के हित मायने नही रखते हैं। अनुच्छेद 35 ए राज्य के हित में है व वह इसके समर्थन में जम्मू व राज्य के अन्य हिस्साें में भी मुहिम चलाएंगे। इसके बाद प्रदेश भाजपा की अनुशासन समिति ने तीन महीनों के लिए निलंबित करने की सिफारिश की थी। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष रवीन्द्र रैना ने 27 जुलाई को इस सिफारिश को हाईकमान को कार्रवाई करने के लिए भेज दिया था। इसके बाद भी गगन भगत ने पार्टी के खिलाफ मुहिम जारी रखी। उन्होंने गत दिनों भाजपा के विधानसभा भंग करने के फैसले के खिलाफ जाते हुए उच्चतम न्यायालय में याचिका दायर कर राज्यपाल के फैसले को निरस्त करने की याचिका दायर कर दी थी।