आतंकवादियों से आतंकवादियों जैसा सुलूक होगा: जितेंद्र सिंह
डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि आतंकवादियों के साथ वही सुलूक किया जाएगा जो एक आतंकवादी के साथ किया जाना चाहिए।
जम्मू, राज्य ब्यूरो। प्रधानमंत्री कार्यालय के राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि आतंकवादियों के साथ वही सुलूक किया जाएगा जो एक आतंकवादी के साथ किया जाना चाहिए। डॉ. सिंह ने कहा कि मोदी सरकार के कार्यकाल में कश्मीर के अधिकतर युवा मुख्यधारा में शामिल होकर तेज विकास का लाभ हासिल करने की दिशा में अग्रसर हैं।
दूसरी ओर राह भटक गए युवाओं को भी सही रास्ते पर लाने की कोशिशें जारी हैं। हुर्रियत के चेयरमैन मोहम्मद अशरफ सहराई के अपने पुत्र को आतंकवादी बनने से न रोकने संबंधी सवाल पर डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि आतंकवादियों को किसी प्रकार की कोई रियायत नही दी जाएगी। उनसे सख्ती से निपटा जा रहा है। केंद्रीय मंत्री ने राज्य में सेना, सुरक्षा बलों के हालात बेहतर बनाने की दिशा में प्रयासों की सराहना की। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान की शह पर काम कर रहे आतंकवादियों का सामना करने के साथ वे कश्मीर के युवाओं को सही रास्ता भी दिखा रहे हैं। पूरी कोशिश हो रही है कि कश्मीरी युवा हालात बिगाड़ने की कोशिशें कर रहे आतंकवादियों के बहकावे में न आएं।
भारतीय प्रशासनिक सेवा में कश्मीर युवाओं की कामयाबी का हवाला देते हुए डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि वे देश के तेज विकास में भागीदार बनने के लिए आगे आ रहे हैं। वर्ष 2016 में आइएएस में अनंतनाग के युवक का दूसरा व गत वर्ष कश्मीरी युवा के दसवें स्थान पर रहने का हवाला देते हुए डॉ जितेंद्र सिंह ने बताया कि गत वर्ष कश्मीर के 20 युवा आइआइटी- जी परीक्षा में पास हुए थे। ऐसा होना सराहनीय है।
सीमांतवासियों के लिए दो बटालियनों पर पीएम को सराहा जम्मू कश्मीर में सीमावर्ती युवाओं के लिए सुरक्षाबलों की दो विशेष बटालियनों बनाने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फैसले की प्रधानमंत्री कार्यालय के राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने सराहना की है। डॉ. सिंह ने कहा कि पीएम के फैसले से सीमांत युवाओं को सुरक्षाबलों में शामिल होकर देश की सेवा करने का मौका मिलेगा। दिल्ली में पत्रकारों से बातचीत में डॉ. सिंह ने कहा कि सरकार ने सीमांत वासियों की एक पुरानी मांग को पूरा किया है। केंद्र सरकार की ओर से राज्य को खुले दिल से मिलने वाले सहयोग का हवाला देते हुए डॉ. सिंह ने उम्मीद जताई कि राज्य सरकार इसका इस्तेमाल जम्मू कश्मीर में युवाओं के लिए रोजगार के साधन पैदा करने के लिए करेगा।