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Poonch Encounter : पुंछ मुठभेड़ में शहादत पाने वाले दोनों जवान उत्तराखंड से, आतंकियों की तलाश जारी

Poonch Encounter पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) राजौरी-पुंछ रेंज विवेक गुप्ता ने कहा कि आतंकवादियों को घेर कर एक इलाके तक सीमित कर दिया गया है। सुरक्षाबलों से बचकर आतंकियों का यह समूह दो-तीन महीने से यहां मौजूद था।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Fri, 15 Oct 2021 08:07 AM (IST)Updated: Fri, 15 Oct 2021 03:16 PM (IST)
Poonch Encounter : पुंछ मुठभेड़ में शहादत पाने वाले दोनों जवान उत्तराखंड से, आतंकियों की तलाश जारी
राजौरी-पुंछ हाईवे पर वाहनों की आवाजाही भी बंद कर रखी है।

जम्मू, जेएनएन : जिला पुंछ के नाढ़ खास के घने जंगलों में छिपे आतंकवादियों ने एक बार फिर सुरक्षाबलों को अपना निशाना बनाया है। सर्च ऑपरेशन में शामिल सेना के जवानों पर अचानक से गोलीबारी करते हुए आतंकवादियों ने सेना के दो जवानों को गंभीर रूप से घायल कर दिया। सैन्य प्रवक्ता के अनुसार घायल जवान जख्मों का ताव न सहते हुए शहीद हो गए। देश सेवा में समर्पित ये दोनों वीर जवान उत्तराखंड से थे। शहीदों की पहचान राइफलमैन विक्रम सिंह नेगी 26 निवासी गांव विमन तहसील नरेंद्रनगर, टिहरी गढ़वाल उत्तराखंड और राइफलमैन योगंबर सिंह 27 निवासी सनकारी तहसील पोखारी-चमोली, उत्तराखंड के रूप में हुई है।

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सैन्य प्रवक्ता ने कहा कि घना जंगल होने के साथ-साथ पहाड़ी क्षेत्र होने की वजह से अभियान चलाने में काफी परेशानी हो रही है। आपको बता दें कि गोलीबारी की यह घटना वीरवार देर रात की है। रात के अंधेरे में जब जवान नाढ़ खास के जंगलों मेंं आतंकवादियों की तलाश कर रहे थे, तभी पेड़ों की होड़ में छिपे आतंकवादियों ने जवानों पर अचानक से हमला कर दिया। इस हमले में दो जवान शहीद हो गए। आतंकवादी एक बार फिर घने जंगलों में छिप गए हैं।

सैन्य सूत्रों से यह भी पता चला है कि जंगलों में छिपे इन आतंकियों की तलाश के लिए सेना ने अपने विशेष दस्ते को तैनात किया है। भिंबर गली में पड़ने वाले दूरियां और सांयोट गांवों में आतंकियों के देखे जाने की सूचना के बाद से इस दल ने वहां सर्च ऑपरेशन जारी रखा है। आतंकियों की मौजूदगी को देखते हुए सेना ने राजौरी-पुंछ हाईवे पर वाहनों की आवाजाही भी बंद कर रखी है।

पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) राजौरी-पुंछ रेंज विवेक गुप्ता ने कहा कि आतंकवादियों को घेर कर एक इलाके तक सीमित कर दिया गया है। सुरक्षाबलों से बचकर आतंकियों का यह समूह दो-तीन महीने से यहां मौजूद था। आपको जानकारी हो कि इस वर्ष राजौरी और पुंछ के सीमावर्ती जिलों में कई आतंकवाद विरोधी अभियान और मुठभेड़ हुई हैं। गत 12 अक्टूबर को पुंछ के सुरनकोट इलाके में डेरा की गली (डीकेजी) में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ के दौरान एक जेसीओ समेत सेना के पांच जवान शहीद हो गए थे।

इससे पहले 12 सितंबर को जिला राजौरी के मंजाकोट के ऊपरी इलाकों में एक तलाशी अभियान के बाद सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में एक अज्ञात आतंकवादी मारा गया था। 19 अगस्त को राजौरी के ही थानामंडी इलाके में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में एक जेसीओ शहीद हुआ था जबकि 6 अगस्त को थानामंडी बेल्ट में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के दो आतंकवादी मारे गए थे।

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