आइबी के निकट 8 किमी सीमा में रह रहे जाटों को दें आरक्षण
जागरण संवाददाता, जम्मू : आल इंडिया जाट महासभा के प्रधान चौधरी मनमोहन ¨सह के नेतृत्व में जा
जागरण संवाददाता, जम्मू : आल इंडिया जाट महासभा के प्रधान चौधरी मनमोहन ¨सह के नेतृत्व में जाट समुदाय के सदस्य जम्मू कश्मीर स्टेट कमीशन फॉर बैकवर्ड क्लासेज के चैयरमेन जीत लाल गुप्ता से मिला और उन्हें बार्डर पर रहने वाले जाट समुदाय के लोगों को पेश आ रही दिक्कतों से अवगत करवाया। मनमोहन ने बताया कि बार्डर पर रहने वाले लोगों की हालत काफी दयनीय है। पाकिस्तान की ओर से आए दिन गोलीबारी के कारण जाटों को हर वर्ष अपनी खेतीबाड़ी छोड़ कर दो से तीन दफा पलायन करना पड़ता है। इसमें उनके मवेशी और फसलों को भारी नुकसान उठाना पड़ता है। जाट किसानों के पास खेतीबाड़ी के अलावा कोई दूसरा विकल्प नही है। बच्चों के लिए कोई स्कूल नहीं हैं। जाट समुदाय बार्डर पर सामाजिक, आर्थिक और शिक्षा के क्षेत्र मे पिछड़ कर रह गया है। देशभक्त यह जाट सेना और अर्ध सुरक्षा बलों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। लेकिन उनका परिवार हमेशा डर के साए में रहता है। उन्हें उनके अधिकारों से वंचित रखा जा रहा है। चौधरी ने अतंरराष्ट्रीय सीमा के 8 किलोमीटर में रह रहे जाटों को नौकरियों और शिक्षा सेक्टर में आरक्षण देने की मांग की। पिछले आदेश में सरकार जाटों को बैकवर्ड एरिया स्टेटस देने का आश्वासन दिया था, लेकिन इसे लागू नहीं किया गया। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगर बराबर के अधिकारों में यकीन रखते हैं तो जम्मू कश्मीर के जाटों को भी आरक्षण दिया जाए, जैसा कि देश के 11 प्रदेशों में जाटों को आरक्षण दिया गया है। जम्मू कश्मीर स्टेट कमिशन फार बैकवर्ड क्लासेज के चैयरमेन जीत लाल गुप्ता और मेंबर एडवोकेट ओंमकार सेठ, प्रोफेसर वीरेंद्र कुमार,जीएच बधाना ने जाट प्रतिनिधिमंडल की मांगो पर गौर कर आश्वासन दिया कि वे उनकी मांगों को केंद्र और राज्यपाल के समक्ष रखेंगे। प्रतिनिधिमंडल में देव राज, चौधरी सर्वजीत ¨सह, चौधरी शाम लाल, चौधरी कमल रंधावा, कैप्टन ओम ¨सह, चौधरी देवेंद्र ¨सह व अन्य शामिल थे