जम्मू-कश्मीर में नर्सों को ट्रेनिंग देगा जापान, 12 उम्मीदवारों का किया चयन
जापानी प्रतिनिधिमंडल ने डॉ जितेंद्र सिंह को बताया कि उन्होंने आचार्य श्री चंद्र कालेज आफ मेडिकल साइंस नर्सिंग कालेज का दौरा किया था। वहां पर उन्होंने 12 उम्मीदवारों का चयन किया है
जम्मू, राज्य ब्यूरो। जम्मू-कश्मीर में कौशल विकास को बढ़ावा देने के लिए जापान प्रदेश की नर्सों को ट्रेनिंग देगा। यह पेशकश दिल्ली में प्रधानमंत्री कार्यालय के राज्यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह से मिले एक जापानी प्रतिनिधिमंडल ने की। इस प्रतिनिधिमंडल ने कौशल प्रशिक्षण देने वाली जापान की बड़ी कंपनियों के प्रतिनिधि शामिल थे। डॉ जितेंद्र सिंह ने प्रतिनिधिमंडल से विस्तार से ट्रेनिंग और बाद में नर्सों को रोजगार देने की योजना के बारे में जानकारी हासिल की।
उन्होंने इस बात पर खुशी का इजहार किया कि अनुच्छेद 370 समाप्त होने के बाद जम्मू-कश्मीर में विकास के नए मार्ग प्रशस्त हो रहे हैं। दो जापानी कंपनियों ब्लू वर्क इंटरनेशनल व एफए ग्रुप के प्रतिनिधि जामा जाकी टकाओ व ककूदा तोमास्दा मोरी ने डॉ जितेंद्र सिंह को बताया कि उन्होंने आचार्य श्री चंद्र कालेज आफ मेडिकल साइंस, नर्सिंग कालेज का दौरा किया था। वहां पर उन्होंने 12 उम्मीदवारों का चयन किया है।
टेक्निकल ट्रेनिंग प्रोग्राम का हिस्सा बनेंगे चयनीत उम्मीदवार
ककूदा तोमास्दा मोरी ने बताया कि चुने गए ये उम्मीदवार टेक्निकल ट्रेनिंग प्रोग्राम का हिस्सा बनेंगे और उन्हें हर महीने 90 हजार रूपये वेतन मिलेगा। चुने गए उम्मीदवारों में पांच जम्मू के व सात लद्दाख के हैं। यह पहली बार है जब जापानी कंपनी ने जम्मू-कश्मीर के उम्मीदवारों का नर्सिंग क्षेत्र में रोजगार के लिए सीधा चयन किया है। इस रोजगार के लिए शैक्षिक योग्यता दसवीं है व छह महीने का अनुभव भी होना चाहिए।
केंद्र सरकार व जापान कौशल विकास मंत्रालय के बीच सहमति
डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार व जापान के कौशल विकास मंत्रालय ने सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किया है जिसमें एक दूसरे को तकनीकी सहयोग दिया जाएगा। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर हुआ है। उन्होंने इस पर खुशी जताई कि एस्काम नर्सिंग कालेज ने जापानी विशेषज्ञों से अपने उम्मीदवारों को नर्सिंग स्किल सिखाने की दिशा में कार्रवाई की है। उत्तर पूर्व विकास मंत्रालय का मंत्री होने के नाते वह जापान के सहयोग से भलीभांति परिचित हैं। पिछले पांच सालों में जापान ने उत्तर पूर्व में बहुत निवेश किया है। विशेषतौर पर मणिपुर में जापान ने सहयोग दिया है। दूसरे विश्व युद्ध के दौरान जापान के बहुत सैनिक मणिपुर में युद्ध लड़ते हुए खोए थे। ऐसे में मणिपुर के प्रति जापान का विशेष लगाव है। जितेंद्र सिंह ने उम्मीद जताई कि उत्तर पूर्व की तरह जापान जम्मू-कश्मीर में भी निवेश कर विकास को तेजी देगा।