Move to Jagran APP

अमरनाथ यात्रा में खलल बर्दाश्त नहीं, मूवमेंट सदस्यों ने बोर्ड के फैसले की कापियां जलाकर किया प्रदर्शन

डिम्पल ने कहा कि वार्षिक अमरनाथ यात्रा इन्हीं लंगर कमेटियों के दम पर चलती है। जम्मू से लेकर कश्मीर और वहां से पवित्र गुफा तक रोजाना हजारों लोग इन लंगरों में प्रसाद ग्रहण करते हैं।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Wed, 05 Jun 2019 05:34 PM (IST)Updated: Wed, 05 Jun 2019 05:34 PM (IST)
अमरनाथ यात्रा में खलल बर्दाश्त नहीं, मूवमेंट सदस्यों ने बोर्ड के फैसले की कापियां जलाकर किया प्रदर्शन
अमरनाथ यात्रा में खलल बर्दाश्त नहीं, मूवमेंट सदस्यों ने बोर्ड के फैसले की कापियां जलाकर किया प्रदर्शन

जम्मू, जागरण संवाददाता। तीन जून से आरंभ हो रही वार्षिक अमरनाथ यात्रा में किसी तरह के भी प्रशासनिक हस्तक्षेप पर व्यापक आंदोलन की चेतावनी देते हुए जम्मू वेस्ट असेंबली मूवमेंट ने कहा है कि प्रशासन को इस यात्रा के सफल आयोजन में सहयोग करना चाहिए नाकि इसके आयोजन में सहयोग करने वाली संस्थाओं के लिए परेशानी खड़ी करनी चाहिए। मूवमेंट ने यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए उचित व्यवस्थाएं करने पर भी बल दिया।

loksabha election banner

श्री अमरनाथ यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए लंगर की व्यवस्था करने वाली संस्थाओं को 21 जून से पहले यात्रा मार्ग की ओर जाने व सामान ले जाने की अनुमति न दिए जाने पर कड़ा एतराज व्यक्त करते हुए मूवमेंट सदस्यों ने बुधवार को न्यू प्लाट में श्राइन बोर्ड विरोधी प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने इस मौके पर श्राइन बोर्ड के आदेश की कापियां जलाकर अपने गुस्से का इजहार किया। लंगर लगाने वाली संस्थाओं को 15 जून से यात्रा मार्ग की ओर सामान ले जाने की अनुमति दिए जाने की मांग करते हुए मूवमेंट सदस्यों ने कहा कि ऐसा न होने की सूरत में श्रद्धालुओं के लिए लंगर व्यवस्था करना कठिन हो जाएगा।

मूवमेंट प्रधान सुनील डिम्पल ने इस मौके पर कहा कि हर साल लंगर कमेटियां यात्रा शुरू होने से पंद्रह दिन पूर्व राशन लेकर कश्मीर घाटी रवाना होते है लेकिन इस बार श्राइन बोर्ड ने तानाशाही का प्रमाण देते हुए यह आदेश जारी कर दिया कि 21 जून से पहले किसी को जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

सुनील डिम्पल ने कहा कि वार्षिक अमरनाथ यात्रा इन्हीं लंगर कमेटियों के दम पर चलती है। जम्मू से लेकर कश्मीर और वहां से पवित्र गुफा तक रोजाना हजारों लोग इन लंगरों में प्रसाद ग्रहण करते है। श्राइन बोर्ड स्वयं तो इन श्रद्धालुओं के लिए यात्रा के दौरान लंगर की व्यवस्था कर नहीं सकता और जो लोग व्यवस्था करते हैं, उनके लिए अड़चन पैदा कर रहा है जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सुनील डिम्पल ने राज्यपाल सत्यपाल मलिक से इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए लंगर कमेटियों को पंद्रह जून से राशन ले जाने की अनुमति देने तथा प्रशासन को इस यात्रा के आयोजन में आवश्यक सहयोग करने का निर्देश देने की अपील की।

लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.