Jammu Kashmir Lockdown Effect: जम्मू विवि तैयार करेगा रोडमैप, परीक्षाओं-एंट्रेंस टेस्ट पर मंथन शुरू
जम्मू विश्वविद्यालय में 40 से अधिक पीजी विभाग है। जम्मू संभाग के नब्बे से अधिक कॉलेज जम्मू विवि से जुड़े हैं। इनमें डिग्री कॉलेज मेडिकल कॉलेज बीएड कॉलेज इंजीनियरिंग कॉलेज शामिल है।
जम्मू, सतनाम सिंह। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के दिशा निर्देश के बाद जम्मू विश्वविद्यालय प्रशासन ने अंडर ग्रेजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट परीक्षाओं, एंट्रेंस टेस्ट, कक्षाएं शुरू करने व अन्य जुड़े मुद्दों पर मंथन शुरू कर दिया है। वीसी प्रो. मनोज धर नियमित वरिष्ठ अध्यापकों से वीडियो कांफ्रेंसिंग से सुझाव ले रहे हैं। पीजी दाखिलों के लिए एंट्रेंस टेस्ट रद होने और मेरिट पर दाखिले होने की अटकलें हैं। चूंकि लॉकडाउन की अवधि बढ़ गई है। शिक्षण संस्थानों के जल्द खुलने की संभावना नहीं है। विश्वविद्यालय अगले सप्ताह सोमवार से रोडमैप बनाना शुरू कर देगा। इससे पहले वीसी विश्वविद्यालय के सभी फैक्लटी के डीन, विभागों के अध्यक्षों, रजिस्ट्रार, कंट्रोलर व वरिष्ठ अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बैठक होगी। वीसी जल्द ही उपराज्यपाल के सलाहकार केके शर्मा से भी बैठक करेंगे जिसमें वह विश्वविद्यालय के कामकाज का जिक्र करेंगे। विश्वविद्यालय के पीजी विभाग ऑनलाइन कक्षाएं ले रहे हैं, लेकिन रिसर्च का काम बंद है। प्रेक्टिकल नहीं हो रहे हैं।
उत्तर पुस्तिकाओं की जांच घरों में शुरू जम्मू कश्मीर बोर्ड ऑफ स्कूल एजूकेशन की 10वीं और 12वीं कक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाओं को अध्यापकों ने घरों में चेक करना शुरू कर दिया है। बोर्ड ने कुछ दिन पहले फैसला किया गया था कि 10वीं और 12वीं कक्षा का परिणाम निकालने के लिए अध्यापकों को उत्तर पुस्तिकाएं घरों में दी जाएं। 10वीं कक्षा के पेपर तो हो चुके हैं, लेकिन बारहवीं कक्षा के तीन पेपर होने शेष है। 10वीं के प्रेक्टिकल के अंक पेपरों में थ्यूरी के आधार पर दिए जाएंगे। प्रेक्टिकल नहीं करने का फैसला हो चुका है। 12वीं के प्रेक्टिकल तो पहले ही हो चुके है। बोर्ड की चेयरपर्सन प्रो. वीना पंडिता का कहना है कि पेपर चेक की प्रक्रिया शुरू हुई है। परिणाम घोषित होने में अभी समय लगेगा।
40 विभाग, 90 से अधिक कॉलेज: जम्मू विश्वविद्यालय में 40 से अधिक पीजी विभाग है। जम्मू संभाग के नब्बे से अधिक कॉलेज जम्मू विवि से जुड़े हैं। इनमें डिग्री कॉलेज, मेडिकल कॉलेज, बीएड कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज शामिल है। यूजीसी ने विश्वविद्यालयों को अपने हिसाब से कुछ फैसले लेने के लिए अधिकृत कर दिया है। विवि के पीआरओ विनय ठुस्सु का कहना है कि जल्द विवि परीक्षाओं, परिणाम व अन्य जुड़े मुद्दों पर फैसला करेगा।
रद हो सकता है एंट्रेंस टेस्टः जम्मू विश्वविद्यालय के पोस्ट ग्रेजुएट कोर्सों में दाखिला के लिए हर साल एंट्रेंस टेस्ट लेता है। इसका मूल्यांकन 25 फीसद है। ग्रेजुएशन की तीन साल की डिग्री का मूल्यांकन 75 फीसद रखा है। दोनों को मिलाकर मेरिट तैयार किया जाता है। लॉकडाउन के कारण शिक्षण संस्थान जल्दी खुलने की संभावना नहीं है। ऐसे में एंट्रेंस टेस्ट इस साल के लिए रद करने का फैसला हो सकता है। 12 हजार से अधिक विद्यार्थी भाग लेते हैं। सूत्रों ने बताया कि एंट्रेंस टेस्ट इस बार नहीं होने की पूरी संभावना है। विवि मेरिट पर ही दाखिले करेगा। 10 साल पहले मेरिट पर ही दाखिले होते थे।
प्रिंसिपलों के साथ बैठक के बाद होगा परीक्षा पर फैसला अंडर ग्रेजुएट के छठे सेमेस्टर की परीक्षा को लेकर फैसला कॉलेजों के प्रिंसिपलों के साथ विचार विमर्श के बाद ही होगा। जम्मू विवि के अंडर ग्रेजुएट का छठा सेमेस्टर अहम इसलिए है। इसके पेपर होने से ही ग्रेजुएशन का परिणाम घोषित हो सकता है। विश्वविद्यालय इस विकल्प पर विचार कर सकता है कि पहले पांच सेमेस्टरों को ध्यान में रखते हुए छठे सेमेस्टर के अंक दिए जाएं। कंट्रोलर प्रो. रजनीकांत का कहना है कि अंडर ग्रेजुएट परीक्षा के साथ जम्मू संभाग के डिग्री कॉलेज जुड़े हुए है। इसलिए कोई भी फैसला कालेजों के ¨प्रसिपलों को विश्वास में लेकर होगा। विद्यार्थियों की संख्या, पहले घोषित हुए परिणाम समेत सभी पहलू ध्यान में रखें जाएंगे।
यूजीसी के दिशा निर्देश पर कलस्टर विश्वविद्यालय जम्मू की नजरः कलस्टर विश्वविद्यालय जम्मू के अधीन जम्मू शहर के पांच कॉलेज आते हैं। इनमें साइंस कॉलेज, मौलाना आजाद मेमोरियल कॉलेज, महिला कॉलेज गांधीनगर और गवर्नमेंट कॉलेज ऑफ एजुकेशन आते है। कलस्टर यूनि. ने यूजीसी के सुझावों पर अपने पेपर जुलाई और सत्र सितंबर में करने के बारे में विचार विमर्श किया। दूसरे, चौथे व छठे सेमेस्टर के पेपर रहते हैं। रजिस्ट्रार डॉ. जितेंद्र खजूरिया ने कहा कि 12वीं के परिणाम पर नजर रखे हुए हैं। पीजी और पांच साल के एकीकृत कोर्सों में दाखिला के लिए एंट्रेंस टेस्ट को लेकर कोई फैसला नहीं किया है। छठे सेमेस्टर की परीक्षा का फैसला पहले लिया जाएगा।