Move to Jagran APP

Jammu Srinagar Highway : राष्ट्रीय राजमार्ग को चाैड़ा करने में तेजी से चल रहा है काम, अगले वर्ष पूरा होने की उम्मीद

पुलवामा कुलगाम और शोपियां कस्बों के लिए तीन बाइपास सड़कों के निर्माण के साथ श्रीनगर-शोपियां-काजीगुंड सड़क पर भी काम जल्द ही शुरू हो जाएगा। बैठक में कहा गया कि बेहतर रखरखाव के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग अपेक्षाकृत बेहतर स्थिति में है।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Wed, 15 Sep 2021 08:45 AM (IST)Updated: Wed, 15 Sep 2021 08:45 AM (IST)
Jammu Srinagar Highway : राष्ट्रीय राजमार्ग को चाैड़ा करने में तेजी से चल रहा है काम, अगले वर्ष पूरा होने की उम्मीद
रामबन-बनिहाल राष्ट्रीय राजमार्ग पर सबसे महत्वपूर्ण भाग है और दस पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।

जम्मू, राज्य ब्यूरो: मुख्य सचिव डा. अरुण कुमार मेहता और केंद्रीय सचिव, सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय, श्री गिरिधर अरमाने ने एक उच्च स्तरीय बैठक में प्रधानमंत्री विकास पैकेज के तहत जम्मू और कश्मीर में सड़क क्षेत्र की परियोजनाओं की समीक्षा की।

loksabha election banner

बैठक में यह कहा गया कि राष्ट्रीय राजमार्ग-44 को चौड़ा करने में अच्छी प्रगति हुई है। इसमें चिनैनी-नाशरी और काजीगुंड-बनिहाल का भाग शामिल है। ऊधमपुर-रामबन, रामबन-बनिहाल और श्रीनगर-बनिहाल के शेष कार्य भी जोरों पर चल रहे हैं और अगले वर्ष में पूरा होने की उम्मीद है।यही नहीं बारामुला-गुलमर्ग मार्ग पर काम जोरों पर है और इसके अप्रैल 2022 तक पूरा होने की संभावना है।

इसी तरह, जम्मू सेमी-रिंग रोड और जम्मू-अखनूर-पुंछ रोड पर काम तेज कर दिया गया है और यह मार्च 2022 और मार्च 2024 में पूरा होने की उम्मीद है। इसी तरह पुलवामा, कुलगाम और शोपियां कस्बों के लिए तीन बाइपास सड़कों के निर्माण के साथ श्रीनगर-शोपियां-काजीगुंड सड़क पर भी काम जल्द ही शुरू हो जाएगा। बैठक में कहा गया कि बेहतर रखरखाव के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग अपेक्षाकृत बेहतर स्थिति में है। मुख्य सचिव ने कहा कि रामबन-बनिहाल राष्ट्रीय राजमार्ग पर सबसे महत्वपूर्ण भाग है और दस पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।

करोड़ो रुपयों की सहायता राशि दी गई : मुख्य सचिव डा. अरुण कुमार मेहता ने आतंकवाद प्रभावितों, विधवाओं, बेसहारों, दिव्यांगों और वृद्धों के पुनर्वास के लिए बनी कार्यकारी परिषद की बैठक की अध्यक्षता की। इसमें वित्त्र गृह, समाज कल्याण और उच्च शिक्षा विभागों के प्रशासनिक सचिवों के अलावा भारत सरकार तथा सांप्रदायिक सदभाव के लिए बनी राष्ट्रीय फाउंडेशन के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

बैठक में बताया गया कि साल 2020-21 में 6,982 लाभार्थियों को 8.43 करोड़ रुपयों की वित्तीय सहायता दी गई। इसके अलावा 1,267 मोटर चालित तिपहिया साइकिलें भी दी गई। मुख्य सचिव ने साल 2021-22 के लिए आतंकवाद पीड़ितों के लिए 7,186 लाभार्थियों को 8.91 करोड़ रुपये वितरित किए गए। सभी के खातों में रुपये डाले गए। इसके अलावा 683 बेसहारा बच्चों को छात्र वृत्ति योजना के तहत 61.47 लाख रुपये दिए गए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.